फतेहपुर विकास खंड हसवा.कस्बा के बेलवा हार जंगल के पास महुआ के पेड़ के नीचे पत्तियों और कूड़ा आदि को जलाने के लिए आग लगाई गई और पत्तियों के जलते जलते धीरे-धीरे आग बढ़ने लगी और महुआ के पेड़ में आग पकड़ ली महुआ का पेड़ नीचे से कुछ एक भाग सूखा हुआ था !जिससे महुआ का पेड़ चलने लगा और देखते ही देखते पूरा पेड़ जलने लगा !वही महुआ के पेड़ के बगल में जामुन का पेड़ था जामुन के पेड़ में भी आग पकड़ ली और जामुन का पेड़ भी जलने लगा है! आग इतनी तेज थी कि आस पास के सैकड़ों किसान दहशत में आ गए और आग बुझाने के लिए चीख पुकार मचने लगा !आसपास के लोगों ने 2 ट्यूबवेल चला दिए और आग बुझाने की पूरी कोशिश करने लगे इसके बाद भी आग पर काबू नहीं पा रहे थे !वही लोगों को डर था कि अगर थोड़ा भी आग आगे बढ़ गई! तो आसपास मौजूद सैकड़ों बीघा गेहूं जलकर राख हो जाएगा! साथ में अन्य फसल भी जलकर राख हो जाएगी !देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई !इसी बीच किसी ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी! और फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचते-पहुंचते आग बुझाने की पूरी कोशिश लोग कर रहे थे! इसी बीच फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी पहुंच गई !और किसी तरह से आग पर काबू पाया गया !
ग्रामीणों ने बताया कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी के पहुंचने से पहले पेड़ों में लगी आग को बुझा तो नहीं पाए लेकिन आग को आगे भी नहीं बढ़ने दिया जिसकी वजह से सैकड़ों बीघा फसल जलने से बच गई !वही कुछ ग्रामीणों ने बतायाकि हवा कुछ कम थी इस वजह से भी आग आगे नहीं बढ़ पाई !और लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया! समय रहते अगर आग बुझ न पाती तब ग्रामीणों को बहुत नुकसान हो जाता !
ग्रामीणों ने बतायाकि आते जाते कई बार महुआ के पेड़ के नीचे थोड़ी सी कुछ खाली जगह में स्याही और उसके बच्चों को देख गया था !आज आग लगने के बाद जब पूरा पेड़ जल गया तो वह भी जल गए! और दोनों जीवों की मौत हो गया है!