स्थानीय पुलिस अभी तक नहीं लगा सकी सुराग
संवाददाता महेश कुमार असोथर फतेहपुर
असोथर फतेहपुर जिले में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस संजीदा नजर नहीं आती है। जंहा प्रदेश सरकार लड़कियों की सुरक्षा को लेकर तत्काल कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। लेकिन फतेहपुर की असोथर थाना पुलिस पीड़ितों को ही थाने से भागने का काम कर रही है। जंहा ताजा मामला असोथर के भैरवा गांव का है। जंहा नाबालिक को सडयंत्र कर अपहरण कर ले गए 4 युवकों की शिकायत थाने में करने पर दंपति को वंहा से भगा दिया गया। जिस पर पीड़ित माता पिता ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर बेटी को बचाने की गुहार लगाई है।
पीड़ित दंपती ने पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल से मिककर बताया कि पुरानी खुन्नस को लेकर अनिल उर्फ मुन्ना तिवारी ने सडयंत्र रचते हुवे गांव के ही नरेंद्र, हर्ष और बंटूल के साथ मिलकर हैण्डपम्प में पानी भरने गयी नाबालिक बेटी को उठा ले गए। काफी खोजबीन के बाद भी बेटी नहीं मिली। थाना असोथर में शिकायत किया, तो कोई सुनवाई नहीं किया उल्टा भगा दिया गया। जिससे एसपी के पास आये हैं और पुरानी रंजिश को लेकर गांव के ही अनिल उर्फ मुन्ना तिवारी ने बेटी को मरवाने की धमकी दिया था। अब बेटी के साथ कोई अनहोनी घटना न कर दें। इसलिए आरोपियों की गिरफ्तारी कर बेटी को सकुशल खोजा जाए। वहीं पीड़ित पिता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने मामले पर तत्काल थाना पुलिस को जांच कर कार्यवाही के आदेश दिए हैं।
थाना प्रभारी विनोद कुमार मौर्य ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल जारी है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इनसेट
असोथर पुलिस पर आए दिन लग रहे नए नए आरोप
असोथर पुलिस पर आए दिन एक न एक आरोप लग रहे हैं। जहां उत्तर प्रदेश सरकार जीरो टारलेंस की बात कर रही है, वहीं स्थानीय पुलिस अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। बताते चलें कि असोथर पुलिस पर 1 सितंबर की शाम गस्त दौरान मंदिर के चबूतरे में बैठे हुए भाजपा नेता व बजरंग दल कार्यकर्ता अनिकेत गुप्ता को उपनिरीक्षक के नाम पूछने और यहां किसलिए बैठे हो पर पीड़ित ने नाम बताया और प्रतिदिन मंदिर में पूजा करने की बात बताने के बाद जय श्री राम बोल दिया। जिसपर उपनिरीक्षक ने पीड़ित को दो थप्पड़ जड़ दिया। आक्रोशित कार्यकर्ताओ ने थाने का घेराव करते हुए निलंबन की मांग किया। तीन घंटे चले धरना प्रदर्शन के बाद मनमनौव्वल और उपनिरीक्षक द्वारा माफी मांगने पर कार्यकर्ताओ ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया।
वहीं 2 सितंबर को एक शराब तस्कर ने अवैध शराब बिक्री करते हुए पकड़े जाने पर थाने लाकर कोई कार्रवाई न करने की बात कहते हुए 10 हजार रूपये रिश्वत की मांग किया। जिसपर पीड़ित बाबूलाल ने भतीजे फूलचंद्र से रूपये मंगवाकर पुलिस को दिया। लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया। पीड़ित आरोपी को जब यह जानकारी हुई तो पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को जरिए डाक लिखित शिकायती पत्र भेज जांच कर कार्रवाई की मांग किया।
वहीं पिछले दोनों प्रकरणों की जांच सिओ थरियांव अरुण कुमार रॉय द्वारा की जा रही है। जांच कर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
दोनों मामला शांत नहीं हुआ कि फिर स्थानीय पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लग गया।