नई दिल्ली: 921 दिन. अनगिनत गोली-बारूद, ड्रोन अटैक और बमबारी. रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का अब तक कुछ भी हासिल नहीं निकला. यूक्रेन ने रातोंरात रूस के शहरों को निशाना बनाकर कई हमले किए. अमेरिकी समर्थन और यूरोपीय युनियन के हथियारों से गदगद वोलोदिमीर जेंलेंस्की का इरादा, अब रूसी शहरों पर ही कब्जे का है. नतीजा कुछ भी हो लेकिन यूक्रेन की सेना, रूस पर जमकर हमले कर रही है. शनिवार और रविवार की सुबह, रूसी अधिकारियों ने दावा किया कि यूक्रेन ने रातभर हमला किया है.
मास्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने कहा है कि एक ड्रोन, मास्को में ही आ रहा था, जिसे सेना ने तबाह कर दिया. मास्को के गर्वनर अलेक्जेंडर बोगोमाज ने भी दावा किया है कि रूस के ब्रांयस्क इलाके में कम से कम 12 ड्रोन तबाह किए गए हैं. कुर्स्क इलाके में भी 2 ड्रोन तबाह किए गए हैं. यूक्रेनी एयर डिफेंस सिस्टम ने रूसी तंत्र को तोड़कर बड़े हमलों को अंजाम दिया है. रूस में इससे तबहाी तो नहीं मची लेकिन स्थानीय लोगों में दहशत जरूर फैल गई है.
…इसलिए रूस पर हमला कर रहा है यूक्रेन:
द गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अमेरिका पर दबाव दे रहे हैं कि वे रूस में घुसकर हमला करने में मदद करें. यूक्रेनी सेना रूसी सीमा में घुसने के लिए बेताब है. यूक्रेन ने कहा है कि खारकीव में रूस की ओर से दागे गए बमों में 6 लोगों की मौत हो गई, वहीं 97 लोग घायल हो गए. वोलोदमीर जेलेंस्की ने कहा है कि ऐसी घटनाओं को तभी रोका जा सकता है, जब हम रूसी सैनिकों पर मैदान, एयर बेस, रणनीतिक रूप से अहम क्षेत्रों पर हमले करें. अगर ऐसा नहीं करते हैं तो कुछ भी संभाल पाना मुश्किल होगा.
रूस को तबाह करना चाहता है यूक्रेन:
वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अब साफ कह दिया है कि बिना रूस को मजबूर किए, युद्ध शांति की उम्मीन बेमानी है. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन को लंबी दूरी की क्षमताओं वाले ड्रोन और मिसाइलों को चलाने की मंजूरी मिले, जिससे हम रूस पर दबाव बना सकें. अमेरिका ने यूक्रेन को 50 बिलियन डॉलर की आर्थिक सैन्य सहायता दी है. अमेरिका का कहना है कि इसका इस्तेमाल सिर्फ यूक्रेन की जमीन पर ही किया जा सकता है, इसे कहीं और दागने की मंजूरी नहीं है.
कैसे अचानक इतना ताकतवर हो गया है यूक्रेन:
यूक्रेन का कहना है कि उनका एयर डिफेंस सिस्टम इतना मजबूत है कि रूस की ओर से दागे गए 52 ड्रोन में 24, केवल शनिवार को ही मार गिराए. 25 ड्रोन खुद गिर गए. 3 ड्रोन, रूस और बेलारूस की ओर उड़ गए, कोई घायल नहीं हुआ. अमेरिका के एफ-16 फाइटर जेट भी यू्क्रेन में गरज रहे हैं. कुर्स्क इलाके में यूक्रेन जमकर हमले कर रहा है, जिसके बाद से ही व्लादिमीर पुतिन बैकफुट पर हैं. एक छोटा सा देश, जो खुद तबाह हो गया है, इस इलाके के लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से जीने नहीं दे रहा है.
कहां मिल रही है यूक्रेन को इतनी ताकत:
6 अगस्त को यूक्रेन इस सेक्टर में आगे बढ़ा, तब से करीब 1200 वर्ग किलोमीटर से ज्यादा जमीन पर यूक्रेन, अपने दबदबे का दावा करता है. यूक्रेन के पास नाटो की ताकत है. वे सीधे नहीं लेकिन दूसरे तरीके से यूक्रेन की मदद कर रहे हैं, जिसमें वह अलग-अलग पड़ता नजर आ रहा है.