सामाजिक समरसता धार्मिक
रामनगर/बाराबंकी/सनातन संस्कृति।
की शिक्षा आज की युवा पीढ़ी के लिए आवश्यक है
उक्त बातें विश्व हिंदू परिषद अवध प्रांत के विशेष सह संपर्क प्रमुख विभव ने रामनगर नगर पंचायत के सभागार में आयोजित विश्व हिंदू परिषद के स्थापना दिवस कार्यक्रम में कही। बजरंग दल सेवा सुरक्षा संस्कार के कार्य युवा तरुणाई के मध्य में करता है।
विश्व हिंदू परिषद जिला मंत्री/प्रखंड पालक ने कहा कि विहिप (विश्व हिंदू परिषद) विश्व का सबसे बड़ा हिंदू संगठन है जिसकी स्थापना 1964 में पूज्य स्वामी चिन्मयानन्द जी के मुंबई स्थित सांदीपनी आश्रम में 29 अगस्त 1964 को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर हुई थी। इसका उद्देश्य था हिंदू समाज को संगठित करना,हिंदू धर्म की रक्षा और हिंदू समाज के धार्मिक,सामाजिक और सांस्कृतिक विषयों पर काम करना है। जूना अखाड़ा के नागा संत सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के महंत इतवार गिरी ने कहा कि 1966 में प्रयाग में सम्पन्न प्रथम हिन्दू सम्मेलन सभी सम्प्रदायों के प्रमुख धर्माचार्यों व संतों ने एक मंच पर उपस्थित होकर घोषणा की कि ‘धर्मान्तरण को रोककर,भिन्न-भिन्न कारणों से मुसलमान ईसाई बने हिन्दुओं को पुनःवापस हिन्दू धर्म में लाने का संकल्प लिया गया। गायत्री मंदिर के पुजारी राजेश कुमार ने बताया कि पूज्य संतों ने एक स्वर में कहा कि हिन्दू धर्म शास्त्रों में छुआ-छूत का कोई स्थान नहीं है। लोकगीत गायक निर्मल कनौजिया ने कहा कि छुआछूत भेदभाव सामाजिक समरसता के लिए अभिषाप है देश में गौवंश पर कड़े कानून बने हैं। इस मौके पर जूना अखाड़ा के 1008 महंत अंकित भारती,नागा साध्वी अर्चना गिरि,बड़ी छावनी अयोध्या के संत जगन्नाथ महराज,प्रदुमन बाजपेई,व्यापार मंडल अध्यक्ष जय गुरुदेव संगत के रविकांत पांडे,विभाग संगठन मंत्री इंद्रेश एसपी शुक्ला निर्मल मिश्रा कृष्णा श्रीवास्तव प्रखंड अध्यक्ष विनय मिश्रा राहुल मौर्य मनीष कनौजिया रमाकांत वर्मा अंशु शुक्ला माधवराज तिवारी राकेश अवस्थी रामकैलाश यादव दिलीप सहित भारी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।