18 मार्च को सैनी कोतवाली क्षेत्र के त्रिलोकपुर में युवक पर प्राणघातक हमला के बाद मौत के मामले में पुलिस ने नहीं दर्ज किया मुकदमा
कौशाम्बी योगी की पुलिस का भी खेल निराला है अपराधियों को संरक्षण देना और निर्दोषों पर उत्पीड़न करना पुलिस की दिनचर्या बनती जा रही है आला अधिकारी भी मूकदर्शक बनकर निर्देशों के उत्पीड़न में मौन स्वीकृति थाना पुलिस को दे रहे हैं जिससे थाना पुलिस बेलगाम है सराय अकिल थाना क्षेत्र के भखन्दा गांव में युवक के हत्यारों का संरक्षण देने का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा कि सैनी कोतवाली पुलिस के हत्यारों को संरक्षण देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है लेकिन घटना को 7 दिन बीत जाने के बाद भी हत्यारों के संरक्षण देने वाले सैनी पुलिस पर आला अधिकारियों ने कार्यवाही नहीं की है जिससे आला अधिकारियों की मंशा पर भी सवाल उठना लाजमी है
घटनाक्रम में बताते चलें कि सैनी कोतवाली क्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव निवासी राकेश कुमार पुत्र सोहनलाल पर 18 मार्च को लाठी डंडे से बेरहमी से हमला किया था घायल राकेश को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया राकेश की गंभीर हालत देखते हुए डाक्टरों ने उसे इलाहाबाद रेफर कर दिया इलाज के दौरान राकेश कुमार की मौत हो गई हत्या की घटना को 7 दिन बीत जाने के बाद भी राकेश कुमार की हत्या करने वालों पर पुलिस को मुकदमा दर्ज करने की फुर्सत नहीं मिली है राकेश पर हमला करने वालों की गिरफ्तारी करने का प्रयास भी पुलिस ने नहीं किया है बल्कि मृतक राकेश कुमार के परिजनों पर ही हमलावरों की तहरीर पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है जिससे राकेश पर हमला करने वाले लोगों को अदालत से लाभ मिलेगा पुलिस ने हमलावरों को बचाने की पूरी रणनीति बना ली है आखिर कब तक अपराधियों को थाना पुलिस संरक्षण देती रहेगी यह पुलिसिया व्यवस्था पर बड़ा सवाल है मामले को लेकर मृतक के पिता सोहन लाल पुत्र हनुमान प्रसाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे हैं और शिकायती पत्र देकर सैनी कोतवाल की करतूत को बताते हुए सैनी कोतवाल को निलंबित किए जाने की मांग के साथ-साथ फर्जी मुकदमे को समाप्त करने और हत्यारों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।