फतेहपुर असोथर थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव के रहने वाले 55 वर्षीय बुजुर्ग जवाहर लाल का शव उनके कमरे में फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। सुबह जब मृतक की पत्नी श्यामकली ने शव देखा तो कान और गले से खून बह रहा था। पत्नी के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर जब परिवार के अन्य लोग पहुचे और पुलिस को सूचना दिया। सूचना पर पहुची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मृतक की पत्नी श्यामकली ने आरोप लगाते हुए बताया कि 15 अगस्त के दिन में जेठ से जमीन और रास्ते को लेकर विवाद में झगड़ा हुआ था। रोज की तरह वह रात को पुराने घर से खाना खाकर दूसरे नए घर में सोने के लिए चले गए। खुन्नस के चलते रात में हत्या करने के बाद फांसी के फंदे पर लटका दिया गया है।
वहीं बहू उमा ने बताया कि हमारे ससुर का अपने बड़े भाईयों से जमीन और रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। जिसमे गुरुवार को गांव के कुछ बुजुर्गों और स्थानीय सम्मानित लोगों को बुलाकर पंचायत हुई। पंचायत का फैसला हमारे ससुर मान गए, लेकिन ससुर के बड़े भाईयों और उनके बेटों ने नहीं माना। आशंका है कि उन्हीं लोगों ने रात्रि में मारकर फांसी के फंदे से लटका दिया है।
मृतक जवाहर के 3 बीघा खेती है। उसी से उसके परिवार का जीविकोपार्जन चलता था। मृतक के एक बेटा शिवसिंह हैं। जो पिता के साथ खेती किसानी में हांथ बंटाता था। पति के मौत से श्यामकली, बेटा शिवसिंह और बहू उमा का रो रोकर बुरा हाल है।
थाना प्रभारी विनोद कुमार मौर्य ने बताया कि मृतक के बेटे शिवसिंह ने प्रार्थना पत्र दिया है। शव फांसी के फंदे से लटका मिला है। कान और गले से खून बह रहा था। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।