बीती रात किशनपुर थाना क्षेत्र के गुरुवल मजरे बिकौरा गांव निवासी एक नवदम्पति ने अपनी शादी की पहली सालगिरह के दो दिन पूर्व घर के अंदर बने कमरे के अंदर संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर जान दे दी।
स्वजनों ने बगैर पुलिस सूचना के नव दम्पति के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया।
जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के गुरुवल मजरे बिकौरा गाँव निवासी रामस्वरूप के 26वर्षीय बेटे लवलेश यादव की शादी बीते वर्ष 28 मई को असोथर थाना क्षेत्र की कटरा निवासिनी आरती 22 वर्षीय के साथ हुई थी।
दोनों हंसी खुशी दाम्पत्य जीवन बिता रहे थे।
कुछ दिनों बाद पति परिवार की आजीविका चलाने के लिए परदेश नासिक चला गया। कई महीनों बाद वह अपनी शादी की पहली सालगिरह मनाने के लिए शनिवार को परदेश से घर लौटा था। सब कुछ ठीक ठाक था। रात को स्वजनों के साथ राजी खुशी खाना खाने के बाद दोनों(नव दम्पति) अपने कमरे में सोने चले गये।
जहां दोनों ने सन्दिग्ध परिस्थितियों में कमरे के अंदर एक साथ फाँसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।
सुबह देर तक न उठने की वजह से स्वजनों ने दोनों को काफी आवाजे लगाई। लेकिन कमरे के अंदर से किसी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
अनहोनी की आशंका के चलते स्वजनों ने जब दरवाजे की दराज से कमरे में झांका तो दोनों नव दम्पति को एक साथ फांसी के फंदे से लटकते हुए देखकर स्तब्ध रह गये। जिनमे करुण क्रन्दन मच गया। स्वजनों के रोने की आवाज सुनकर पहुंचे पड़ोसियों ने घटना की सूचना जरिये फोन मृतका के मायके पक्ष के लोगो को दी।
सूचना पाकर रोते बिलखते मायके वाले बेटी की ससुराल पहुंचे। दोनों परिवारों व ग्रामीणों की मौजूदगी में कमरे के दरवाजे को तोड़कर दोनों (नव दम्पति) को फाँसी के फंदे से नीचे उतारा गया। लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
ग्रामीणों व दोनों परिवारों की आपसी सहमति से स्वजन बगैर पुलिस को सूचना दिए ही दोनों नव दम्पति के शवों को अंतिम संस्कार के लिये गांव के किनारे स्थित यमुना नदी के घाट पर पहुँचे।
जो कि दोनों के अंतिम संस्कार की तैयारियों में लगे थे। तभी सोशल मीडिया प्लेट फार्म पर प्रसारित हो रही खबर का त्वरित संज्ञान लेते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह मय फोर्स गाँव पहुंचे और नदी के तट पर पहुंच शवो के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को कुछ देर के लिए रुकवाते हुए दोनों परिवारों को समझा बुझाकर शवो को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की बात कही।
लेकिन दोनो पक्ष शवो के पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी नहीं हुए। जिन्होंने अश्रुपूरित आंखों से थाना प्रभारी निरीक्षक से शवो को पोस्टमार्टम के लिए न भेजे जाने की अनुमति भी माँगी।
जिस पर पुलिस बैरंग लौट गई। पुलिस के लौटने के तुरन्त बाद दोनों पक्षो ने शवों का अंतिम संस्कार कर दिया।
हलांकि समाचार लिखे जाने तक नव दम्पति द्वारा आत्महत्या किये जाने का कोई सही कारण स्प्ष्ट नहीं हो पाया। दोनों पक्षों के लोग भी मामले पर पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं।
किसी पक्ष ने किसी पर भी किसी प्रकार के कोई आरोप प्रत्यारोप नहीं लगाये हैं।
जबकी पड़ोसी ग्रामीणों के बीच दोनों नव दम्पति के बीच शादी के कुछ माह बाद से ही किसी बात को लेकर अनबन रहने व मृतका (पत्नी) द्वारा म्रतक (पति) से उसके साथ परदेश में चलकर एक साथ रहने की हमेशा से ही जिद करने की चर्चा रह रह कर उठती रही।
जबकी दोनों के स्वजनों ने ऐसी किसी बात से साफ इंकार किया है।
पुलिस भी घटना को लेकर पूरी तरह अचंभित है।
जिसने घटना की जांच पड़ताल के बाद ही घटना को लेकर पर्दे के पीछे छिपे रहस्यों के उजागर होने की बात कही है।
घटना के बाद से ही दोनों परिवारों समेत पूरे गांव में मातम पसर गया।
म्रतक (नव दम्पति) के स्वजनों में हाहाकार मचा रहा। जिन्हें नाते रिश्तेदार ढाँढस बंधाते रहे।
मामले के बावत किशनपुर थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है।
स्वजनों ने शवों के पोस्टमार्टम कराये जाने बगैर ही अंतिम संस्कार की अनुमति मांगी थी। जिन्होंने आपसी सहमति से शवो का अंतिम संस्कार भी कर दिया है।
दोनों पक्षो के लोगो ने किसी पर भी किसी प्रकार के आरोप प्रत्यारोप नही लगाए हैं। इसलिए घटना को लेकर रहस्य बरकार है।
फिर भी घटना की जांच पड़ताल की जा रही है।
जिसके बाद ही घटना की सही वजह सामने आएगी।

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