बाराबंकी।
बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी पुलिस की मिलीभगत से खुलेआम अवैध वेंडरिंग का खेल खेला जा रहा है। मानक विहीन खाद्य सामग्री को महंगे दामो में बेच कर अवैध वेंडर्स रेल यात्रियों की जेब पर डाका डालने के साथ साथ यात्रियों की सेहत से भी जम कर खिलवाड़ कर रहे है। इस गोरखधंधे का खुलासा आज उस वक़्त हुआ जब समोसे की टोकरी लेकर चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में एक युवक ट्रेन के नीचे आ गया। जिससे युवक का दाहिना हाथ कट कर धड़ से अलग हो गया। घटना के बाद स्टेशन पर हड़कंप मच गया। साथी वेंडरों ने युवक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल के भर्ती कराया है।
शुक्रवार की दोपहर करीब 12 बजे ग्वालियर बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन रोज़ाना की तरह बाराबंकी जंक्शन के प्लेटफार्म नम्बर तीन पर रुकी। ट्रेन जब बाराबंकी स्टेशन से खुली तो इसी दौरान गोण्डा जनपद का रहने वाला दीपक गुप्ता नाम का एक युवक पटरी की तरफ से समोसे की टोकरी लेकर चलती ट्रेन में चढ़ने लगा। इस दौरान पैर फिसल जाने से दीपक ट्रेन के नीचे आ गया और उसका दाहिना हाथ कंधे के पास से धड़ से अलग हो गया। घटना के बाद स्टेशन परिसर में हड़कंप मच गया। साथी वेंडरों ने गंभीर हालत में दीपक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
बताया जा रहा है कि दीपक उन तमाम अवैध वेंडरों में शामिल हैं जो आरपीएफ और जीआरपी को हर महीने तयशुदा रकम देकर बाराबंकी स्टेशन से गुजरने वाली अप और डाउन ट्रेनों में धड़ल्ले से मानक विहीन खाद्य सामग्री बेचते हैं। अस्पताल में भर्ती दीपक से जब उसके वेंडर लाइसेंस के बाबत पूछा गया तो वो खुद को रेलवे कैंटीन के ठेकेदार मुन्नू मिश्रा का वेंडर बताने लगा। हालांकि जब ठेकेदार मुन्नू मिश्रा से इस बारे में जानकारी की गई तो उसने दीपक को अपना वेंडर मानने से इनकार करते हुए कहा कि वो किसी राजू नाम के व्यक्ति के लिए काम करता है
जीआरपी थाना बाराबंकी के प्रभारी से जब दीपक के संबंध में जानकारी की गई तो पहले तो उन्होंने दीपक को रेलवे कैंटीन का वैध वेंडर बताया और उसके लाइसेंस तक की पुष्टि कर डाली। लेकिन जब उन्हें कैंटीन ठेकेदार मुन्नू मिश्रा के बयान के बारे में बताया गया तो वह बगले झांकते हुए कहने लगे कि जब वह मौक़े पर गए दीपक को अस्पताल ले जाया जा चुका था इसलिए उन्हें ज़्यादा जानकारी नही है। वही घटना की जानकारी के लिए जब आरपीएफ थाना प्रभारी का सीयूजी नम्बर मिलाया गया तो कॉल रिसीव करने वाली महिला ने बताया कि इंचार्ज सर अभी यहां नही है और उसे घटना के बारे में जानकारी नही है।