किशनपुर थाना क्षेत्र के अहमदगंज तिरहार गाँव में अग्नि कांड से पीड़ित गरीब परिवार की बेटी की शादी पूर्वत निर्धारित दिन गुरुवार को जन सहयोग से धूम धाम के साथ सम्पन्न हो गई।
जिसमें स्थानीय पुलिस ने गरीब परिवार की बेटी की शादी में दिल खोलकर मदद कर मानवता की मिसाल कायम की। वहीं बेटी के हाँथ पीले कराने के लिए जन सामान्य व क्षेत्रीय समाज सेवियों सामाजिक व स्वयं सेवी संगठनों स्थानीय ब्यापारियों ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। जिन्होंने रुपये, पैसे, खाद्य सामग्री, व वधू को दहेज में देने के लिए कपड़ो, जेवरातों उपकरणों आदि का बढ़ चढ़ कर दान किया। हलांकि किसी भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि अथवा उनके कार्यकर्ताओ ने गरीब परिवार की मदद के लिए आगे आना तो दूर उनके घर पहुंच उन्हें सांत्वना देना भी मुनाशिब नहीं समझा। जिससे भुक्तभोगी गरीब परिवार समेत गांव व क्षेत्रीय लोगो मे सभी ख़ासकर ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि, निवर्तमान सांसद व क्षेत्रीय विधायक के प्रति कड़ी नाराजगी देखने को मिली। जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैय्ये से नाराज
पीड़ित परिवार ने तो सभी जनप्रतिनिधियों को मानवता व इंसानियत के दुश्मन समेत मतलब परस्त तक करार दे डाला।
मालूम हो कि थाना क्षेत्र के अहमदगंज तिहार गांव निवासी मलखे पुत्र भोंडा निषाद ने अपनी पुत्री रूची देवी की शादी बांदा जनपद के कठारे गांव में तय की थी। शादी से एक दिन पूर्व घर में बारातियों व रिश्तेदारों के स्वागत के लिए मिष्ठान बनाने का काम हो रहा था। इसी दौरान सिलेंडर का पाइप लीक होने की वजह से घर में भीषण आग लग गई। जिसमें घर की सामग्री समेत दहेज का सारा सामान जल गया। इसके बाद सोशल मीडिया ग्रुप में पीड़ित परिवार की मदद के लिए आवाज उठाई गई।
सोशल मीडिया की पहल के बाद स्थानीय पुलिस व तहसील प्रशासिनक जिम्मेदारों द्वारा मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के साथ यथा उचित सहयोग उपलब्ध कराया गया। शादी की तैयारी फिर शुरू हो गई। कुछ देर बाद व्हाट्सएप ग्रुप में पीड़ित परिवार का बैंक खाता नंबर शेयर कर दिया गया जिस पर धीरे-धीरे कर सहयोग करने वालों की लाइन लग गई। गरीब परिवार की बेटी की शादी धूमधाम से करने की तैयारी शुरू हो गई। लोग पीड़ित परिवार का बैंक खाता व नगद के माध्यम से सहयोग करने लगे। सहयोगियों ने करीब डेढ़ लाख रुपये नगदी राशन व शादी की सामग्री उपलब्ध पीड़ित परिवार को उपलब्ध कराई। स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा करीब पचास हजार रुपए नगद धनराशि का सहयोग किया गया। वही क्षेत्र के समाजसेवी व जनसामान्य के लोगों द्वारा करीब लाखों रुपए का सहयोग किया गया। कुछ लोगों द्वारा राशन, कपड़े, अलमारी , कूलर आदि की भी व्यवस्था कराई गई।
आग लगने की सूचना के बाद स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ क्षेत्र के समाजसेवी व्यापारी व अन्य गैर राजनीतिक संगठनों के लोगों ने पीड़ित परिवार की दिल खोलकर हर सम्भव मदद की। लेकिन राजनीतिक दल का कोई भी नेता ना सहयोग के लिए आगे आया और ना ही पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने के लिए उसके घर पहुंचा है।
जिससे सभी जनप्रतिनिधियों के प्रति पीड़ित परिवार समेत ग्रामीणों व क्षेत्रीय लोगो ने न सिर्फ कड़ी नाराजगी ब्यक्त की। बल्कि पीड़ित परिवार ने जन समस्याओं के प्रति हमेशा से ही उदासीन रवैया अपनाने वाले सभी जनप्रतिनिधियों खासकर ब्लॉक प्रमुख, क्षेत्रीय विधायक व निवर्तमान सांसद को मतलब परस्त व मानवतावादी व इंसानियत की सोंच से परे करार दे डाला।
जबकी स्थानीय पुलिस, समाजसेवियों, ब्यापारियों, तहसील प्रशासनिक जिम्मेदारों व पत्रकार बन्धुओ को इंसानियत एवं मानवता वादी सोंच की एक मिशाल ही नहीं वरन इंसान के रूप में देवताओं की संज्ञा देते हुए साभार धन्यवाद देते हुए खूब प्रसंसा की।
संवाददाता सुशील कुमार