फतेहपुर। मशहूर शायर व कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने हुसैनगंज विधानसभा क्षेत्र के मोहम्मदपुर गौतीं ग्रामसभा के बाजार मैदान पहुँचकर अपने प्रत्याशी शिवाकांत तिवारी के पक्ष में जनसमर्थन जुटाने के लिए शिरकत की। वहीं इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने शायराना अंदाज में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “कीमत तो बहुत बढ़ गई है शहरों में धान की , लेकिन बेटी बिदा न हो सकी किसान की, मौका मिला तो लोगों ने कुर्सी के वास्ते तस्वीर ही बिगाड़ दी हिंदुस्तान की”
इमरान प्रतापगढ़ी का ये शायराना अंदाज आये हुए हजारों की भीड़ के दिलों को जीत लिया। वंही प्रतापगढ़ी ने अपने मुस्लिम समाज के लोगों से अपील किया कि अगर लोकतंत्र को मजबूत बनाना है और संविधान को बचाना है तो अपना कीमती वोट पंजा वाले बटन को दबाकर गांधी के सपनों को साकार करना है।इतना ही नहीं वर्तमान की भाजपा सरकार व केंद्र की मोदी सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि आपको गोडसे चाहिए कि गांधी। अगर गोडसे चाहिए तो आप लोग बीजेपी को वोट फिर से कर देना। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा राज्यमंत्री रणवेंन्द्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी सिंह की चर्चा भूमाफिया में होती है। इतना ही नहीं पूरे पांच सालों तक इस विधानसभा में गरीब, किसान, मजदूरों की बेशकीमती जमीनों को कब्जा करने का काम किया है। अपने डर का साम्राज्य कायम किए हुए है। मैं कहता हूं कि अगर भाजपा राज्यमंत्री को जमीनों पर कब्जा ही करना था तो कोई भी सरकारी जमीन को कब्जा करके नव युवकों को स्टेडियम बना देते। लेकिन इन्होंने अपने गुर्गों के बलबूतों पर गरीबों की जमीनों पर कब्जा किया। आगे उन्होंने कहा कि खुशी दुबे का क्या कसूर था जो जेल में डाल दिया गया। नई विवाहिता के अगर घर वालों ने अपराध किया था तो सजा उनको मिलती तो जायज था। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी जमकर गरजे। उन्होंने कहा कि सपा पूर्व विधायक मोहम्मद सफ़ीर का क्या कसूर था उन्होंने सपा की सेवा करते करते अपनी पूरी जिंदगी दांव पर लगा दिया। लेकिन कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़कर सपा में सवार हुई ऊषा मौर्य को टिकट देकर मोहम्मद सफ़ीर की वफादारी का सिला मिला। कई सालों से समाजवादी पार्टी के सिपाही बने थे। उनको टिकट नहैं दिया गया। सूबे में आज तक जो भी सरकारें बनी है मुस्लिम वोटरों को केवल इस्तेमाल किया है। आज उत्तर प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के नेता महंगाई व बेरोजगारी की बात नहीं कर रहे हैं। केवल मंदिर, मस्जिद, हिजाब की बात करके वोट मांगते हैं। आगे उन्होंने कहा कि हम नहीं अब किसान , नौजवान आपसे बटन दबाकर बदला लेने का काम करेगी। गाँव के लोग अब जागरूक हो गए हैं। आपके झूठे वादों , जुमलों में नहीं फसने वाले हैं। ईमरान प्रतापगढ़ी ने अपने शायराना अंदाज में कोरोना में टूटी हुई सांसो का जिक्र करते हुए कहा कि इलाहाबाद में विद्यार्थियों के साथ जो हुई घटना हुई है। वह बहुत ही शर्मनाक है। आपको गुंडागर्दी की सरकार से निजात पाना है तो आपके पास केवल एक ही विकल्प है। समय आ बटन दबाकर परिवर्तन करना होगा।