पीरे तरीकत हकीमे मिल्लत हजरत मौलाना अलहाज हकीमुद्दीन की सदारत एवं सरपरस्ती,मुफ्ती नूरूल हक निजामी,हाफिज अब्दुर रहमान,हाफिज मोहम्मद शमशाद की निगरानी में हथगाम के रायपुर मुआरी स्थित मदरसा जामिया मोहम्मदिया मारिफुल हक मैदान में जलसा-ए-दस्तारबंदी का आयोजन किया गया जिसमें हिंदुस्तान के नामवर खतीब हजरत अल्लामा सय्यद नूरानी मियां किछौछा शरीफ ने शानदार खिताब किया।हकीमे मिल्लत व नूरानी मियां ने मदरसे से फारिग दस
बच्चों की अपने हाथों से दस्तार,सात बच्चों को हाफिज एवं तीन बच्चों को कारी की सनद दी।जलसे का संचालन हाफिज अब्दुर रहमान प्रबंधक दारूल उलूम सिद्दीकिया मंगरेमऊ तथा मुंबई से आए यूसुफ साबरी ने किया।इस मौके पर हकीमे मिल्लतसाहब के साथ मुंबई से आए थे और तमाम अकीदत मंद भी मौजूद रहे।
मौलाना सैयद नूरानी मियां ने हिंदी एवं उर्दू लहजे में शानदार तकरीर की।उन्होंने फतेहपुर को गंगा जमुनी तहजीब का गहवारा बताया और मुल्क में अमन चैन की दुआ की।हल्की ठंड के बावजूद जलसे में अकीदतमंदों की बड़ी तादाद रही जिसमें खवातीन भी बड़ी तादाद में थीं।नातगो शायरों ने शानदार नातिया कलाम पेश किए।कार्यक्रम की शुरुआत तिलावते कुरआन से हुई।मौलाना ने तकरीर के पहले नात के अशआर पेश किए।ये मेरी सांस नामे-मुस्तफा लेकर रवां होवे,बदन मेरा यहां होवे तो मन मेरा वहां होवे,सभी की रिफअतों की हद मकां तक थी,मकां तक है,नबी की रिफअतों की हद मकां से लामकां होवे,चलो ऐ आशिकों तैबा लिए सौगात अश्कों की, सुनाना मुश्किलें अपनी अगर तुमसे बयां होवे।मौलाना ने पंच इंद्रियों का जिक्र करते हुए कहा कि मेहमान को राजी करने के लिए मेहमान की पसंद जानी जाती है।इसी तरह रहमान को राजी करने के लिए रहमान की पसंद को जानना होगा।
उल्फत,प्यार,मोहब्बत अल्लाह की दी हुई नेअमत है।नबी की अदाओं को अपना लो,अल्लाह की रस्सी पकड़ लोगे।सरकार का दामन थाम लो,खुदा का दामन थाम लोगे।मेरे आका के मदीने में ऐसी कोई फीलिंग नहीं थी कि फलां बाहरी है और फलां मकामी है।मौलाना नूरी मियां ने बीच-बीच संस्कृतनिष्ठ हिंदी और फर्राटेदार इंग्लिश में भी तकरीर पेश की।इसके पहले स्टेज पर उनका इस्तकबाल किया गया।गुड्डू प्रधान,तौहीद अहमद,मोहम्मद अयाज आदि सहयोगी रहे।मौलाना सज्जाद अहमद चिश्ती ने भी खिताब किया,कहा कुरान पढ़ो,पढ़ाओ,सीखो और सिखाओ।सोने के बराबर भी उन्हें तौल दो लेकिन,मां-बाप का एहसान कभी खत्म होगा।
हाफिज कारी इन बच्चों की हुई दस्तारबंदी
शाहपुर।हमारे संवाददाता के अनुसार मदरसा मारिफुल हक रायपुर मुआरी से पास आउट सात हिफ्ज और तीन केरत के बच्चों की दस्तारबंदी और गुलपोशी की गई।इनमें हिफ्ज़ की डिग्री पाने वालों में हाफिज सैफ अली खागा,हा.मो.शहनवाज अझुवा,अबशार अहमद कौशांबी,हा.मो.फैजान कासिमपुर,हा.मो.रजा बहेरा सादात, हा.मो.इलियास शाहपीर पुर,कारी अहमद रजा कौशांबी,कारी अखलाक अहमद खासमऊ,कारी अली हुसैन गैधेमऊ शामिल हैं।

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