बाराबंकी। निजी व सरकारी भूमि पर जबरदस्ती कब्जेदारी से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया है। विकलांग की जमीन पर दबंगों द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। जिससे पीड़ित तहसील व जिला कार्यालय के चक्कर काटने को विवश है। तहसील फतेहपुर क्षेत्र के इमलीपुर मजरे रायपुर के विकलांग काशीराम ने जिलाधिकारी को लिखित प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने शिकायती पत्र में बताया है कि उक्त भूमि का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। बावजूद इसके विपक्षी आनन्द सावरण दबंगई के बलबूते अपनी मनमानी से बाज नही आ रहे हैं। क्षेत्रीय लेखपाल विवेक कुमार, राजस्व निरीक्षक सुख्मीलाल विपक्षी आनन्द सावारण की सांठगांठ से पैमाइश के नाम पर कागजों में हेराफेरी कर मनमाने तरीके से सरकारी व निजी जमीन का सीमांकन प्रतिवादीजनों के रकबे की भूमि को वादी में मिलाकर गलत आख्या रिपोर्ट न्यायालय पर प्रस्तुत करने व जमीन को जबरन हड़पने का आरोप लगाया है। जिसमें राजस्व अधिकारियों द्वारा सीमांकन आख्या रिपोर्ट तलब की गई है। पीड़ित कांशीराम पुत्र धनीराम,नत्थाराम पुत्र रामप्रसाद सहित आधा दर्जन पीड़ितों ने बाराबंकी के तेजतर्रार जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार को शपथ पत्र समर्पित प्रार्थना पत्र देकर मामले का निस्तारण किए जाने की मांग की है। इस संबंध में एसडीएम फतेहपुर से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उनके पीआरओ ने बताया कि साहब क्षेत्र में निरीक्षण कर रहे हैं। बाद में बात हो पाएगी। वहीं बाराबंकी जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार से दूरभाष पर बात करने की कोशिश की गई परंतु बात नहीं हो पाई। वही पीड़ितों का कहना है कि उक्त दबंग की प्रशासन में ऊंची पैठ होने के कारण उक्त व्यक्ति पर क्षेत्रीय अधिकारी कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि योगी सरकार में गरीब दिव्यांग सहित अनेकों किसानों को न्याय मिल पाता है अथवा नहीं ?