सड़क संघर्ष समिति व यमुना कटरी क्षेत्र के लोगों के लिए खुशखबरी

89.94 करोड़ की लागत से होगा इस सड़क का निर्माण

कार्य :- सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी हरी झंडी

सड़क संघर्ष समिति और क्षेत्रवासियों ने सीएम, जिले की सांसद और अयाह शाह विधायक को दी, बधाई

संवाददाता संवाददाता महेश प्रजापति फतेहपुर

फतेहपुर यमुना कटरी की लाइफ लाइन गाजीपुर-विजयीपुर मार्ग के दिन अब बहुरेंगे। बीस साल से टूटी सड़क का दर्द सह रहे लोगों को जल्द ही चकाचक सड़क मिल जाएगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ की हरी झंडी मिलते ही 89.94 करोड़ की लागत से बनने वाली सड़क की प्रगति अंतिम मुकाम में पहुंच गई है। अयाह-शाह विधायक के सालों के प्रयास के बाद यह सफलता हासिल हुई तो सड़क संघर्ष समिति व क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस मामले की जानकारी पर सड़क संघर्ष समिति और क्षेत्रवासियों ने सीएम समेत जिले की सांसद, अयाह शाह विधायक को बधाई दी और साथ ही लोकसभा चुनाव के पहले सड़क निर्माण कार्य को पूरा करने का आह्वान किया है।

मौजूदा समय में 34 किमी का सफर वाहन चालकों के लिए खासा कष्टकारी साबित हो रहा है। मार्ग से मौरंग लदे ट्रक, किसानों के ट्रैक्टर और फतेहपुर, गाजीपुर, असोथर, नरैनी, विजईपुर तक चलने वाली बसों का आवागमन इस मार्ग से होता है। वर्षा के दिनों में गड्ढों में पानी भर जाता है और चालक को अनुमान नहीं होता है। वह दुर्घटना का कारण बन जाता है।
मजबूरी में लोग फतेहपुर, गाजीपुर, असोथर और नरैनी, विजयीपुर जाने के लिए गांवों के संपर्क मार्गों को चुनते रहे हैं। सड़क निर्माण को लेकर क्षेत्रीय लोगों ने धरना प्रदर्शन, खून से पत्र लिखकर जनप्रतिनिधियों को कटघरे में खड़ा किया है। इसके बाद भी 20 साल से हिचकोले वाली सड़क का साथ नहीं छूट पाया था।

मार्ग का नाम : गाजीपुर-विजयीपुर मार्ग
मार्ग की लंबाई : 33 किमी

पूर्व निर्मित वर्ष : 1995

लागत : 20 लाख रुपये

तब चौड़ाई : 3.5 मीटर

अब चौड़ाई : 7 मीटर

अयाह-शाह विधानसभा का प्रमुख मार्ग

अयाह-शाह विधानसभा में यूं तो कई मार्ग है, लेकिन सभी संपर्क मार्ग हैं। एक भी स्टेट और नेशनल हाईवे इस विधानसभा से होकर नहीं गुजरता है। हालांकि इसी मार्ग को जिले की सांसद साध्वी निरंजन ज्योती द्वारा 2022 में राज्य मार्ग का दर्जा दिलाया गया था। गाजीपुर विजयीपुर मार्ग भी संपर्क मार्ग की श्रेणी में है। प्रमुख मार्ग होने के चलते इससे भारी संख्या में वाहनों की आवाजाही होती है। पहले यह सड़क साढ़े तीन मीटर की निर्मित हुई थी।
भारी आवागमन के चलत सड़क को कायाकल्प और चौड़ीकरण योजना में शामिल किया गया था। जिसकी चौड़ाई बढ़ाकर सात मीटर कर दी गई है। आठ साल पहले तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री और उप मुख्यमंत्री ने चौड़ीकरण योजना में शामिल करके 34 करोड़ रुपये की योजना को हरी झंडी दी थी।

पुलिया और चौड़ीकरण में खप गए 34 करोड़

योजना के तहत गाजीपुर विजयीपुर मार्ग को 34 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त हुई थी। विधायक विकास गुप्ता कहते हैं कि सड़क की लंबाई अधिक है और पुलिया तथा बिजली के खंभे दूसरी जगह लगाने में 34 करोड़ रुपये खप गए। सड़क निर्माण की बारी नहीं आई। जिस पर दोबारा एस्टीमेट बनवाकर शासन को भेजा गया था।

बोले विधायक

प्रकरण को लेकर लंबे समय से गंभीर था। 34 करोड़ रुपये शासन से दिलवाए लेकिन सड़क निर्माण का नंबर ही नहीं आया। इसके बाद दूसरी पत्रावली तैयार करवाई। जिले से लेकर सीएम आफिस तक पैरवी में जुटा रहा। मुख्यमंत्री से मिलकर सड़क निर्माण के लिए 89.94 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दिला दी। फरवरी माह के अंत तक शासनादेश और टेंडर की प्रक्रिया पूरी करवाकर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।

विकास गुप्ता, विधायक अयाह-शाह

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