बाराबंकी। विधानसभा क्षेत्र रामनगर के ग्राम पंचायत सेमराय के निवासी दीपक सिंह ने एसडीएम मजिस्ट्रेट बन कर गांव के साथ पूरे जनपद का नाम रोशन किया पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर तैनात रहकर एसडीएम मजिस्ट्रेट बने दीपक सिंह का गांव पहुंचने पर गाजे बाजे के साथ भव्य स्वागत किया गया। घर से तीन किलोमीटर दूर बुढ़वल चौराहे वह यूनियन इंटर कॉलेज रामनगर के पास सैकड़ों की संख्या में लोगों ने बैंड बाजे के साथ अगवानी की और फूल मालाओं से लाद दिया। ज्ञात हो कि तहसील रामनगर के सेमराय गांव निवासी किसान अशोक सिंह के पुत्र दीपक सिंह का 27 वर्ष की आयु में पीसीएस अधिकारी के पद पर चयन हुआ है। अभी तक वह सिपाही के पद पर तैनात थे।सामान्य किसान परिवार में जन्मे दीपक सिंह की शुरुआती शिक्षा पास के गांव हरसौली मां सावित्री विद्या मंदिर उसके बाद की शिक्षा रानी लक्ष्मीबाई इण्टर कॉलेज बाराबंकी और स्नातक की पढ़ाई उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से पूरी की 2018 में परास्नातक की पढ़ाई के दौरान उनका चयन उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर हुआ। जिसके ठीक 6 वर्षों बाद उनकी कड़ी मशक्कत रंग लाई और उनका चयन आयोग द्वारा पीसीएस में 20 वीं रैंक में हुआ। उनके चयन की जानकारी जब उनके परिवार सगे संबंधियों सहित इष्ट मित्रों को हुई तो उनका खुशी का ठिकाना ना रहा। सोशल मीडिया और दूरभाष के जरिए पीसीएस दीपक सिंह के साथ-साथ उनके परिजनों को बधाई दी। ग्राम पंचायत सदस्य महासभा के मुख्य संगठन मंत्री ध्रुव कुमार सिंह, बुढ़वल गन्ना समिति अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह,विजयपाल सिंह,हास्य और व्यंग्य के नामचीन कवि विकास बौखल,पूर्व प्रधान सेमराय अनूप सिंह आशीष सिंह,डायरेक्टर शिवकुमार सिंह,हरेंद्र सिंह,मास्टर रणवीर सिंह,प्रधान अनूप सिंह,राहुल सिंह,ओमकार सिंह,गोपी सिंह,रितेश सिंह,अखंड प्रताप सिंह, सुनील सिंह आदि लोगों ने खुशी जाहिर कर बधाई दी। उनके छोटे भाई दीपेंद्र सिंह ने भावुक होते हुए बताया कि आज का दिन हम सभी के लिए ऐतिहासिक दिन है क्योंकि बड़े भाई को यह मुकाम कड़ी मशक्कत और बड़े बुजुर्गों के आशीर्वाद से मिला है।

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