फतेहपुर..हसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नेशनल गर्ल चाइल्ड डे का आयोजन किया गया।बैठक को संबोधित करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. अनुपम सिंह ने आशाओं और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों बताया कि गर्भवती महिलाओं समेत सभी लाभार्थियों को समय-समय से आवश्यक जानकारी देती रहें। और सरकार की योजनाओं को भी उनका लाभ समय समय से मिलता रहे कोई भी लाभार्थी लाभ से वंचित न रह सके। विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत “कन्या को कोख में मत मारो, जीवन चक मत बिगड़ौ, प्रभारी चिकित्साधिकारी ने ये बताया कि बेटा -बेटी में कोई अन्तर नहीं होता है। अगर समय रहते हुए माता- पिता भ्रूणहत्या रोकने पर ध्यान नही दिया तो आने वाले दिनों में नव युवाओं को दूल्हन नहीं मिलेगी। क्योंकि बेटियों को बचाना है और देश को आगे बढाना है। हजारों और सैकड़ों लोगों बिना विवाह के रह जायेगें।और उन्हे अच्छी शिक्षा दें।
मंडलीय विशेषज्ञ कुशा सिंह ने महिलाओं को बताया कि बेटी और बेटा में अब कोई अंतर नहीं है। बेटी ही समाज की धरोहर की कुजीं है। हम सबको मिल कर भ्रूणहत्या को रोकने के लिए संकल्प लेना चाहिए। कन्या भ्रूणहत्या रोक लीजिए नहीं तो समाज में अधेरां आने वाला है। बेटी है वह रत्न जो लाती है ना जाने कितने लोगों के जीवन में लाती है उजाला। इस मौके पर डा.साबन सिद्दीकी, डा.कुमार आनद ,मंडलीय विशेषज्ञ कुशा सिंह, एडीओ आइएसबी धरम पाल सानी, जावेद आलम, हेमचंद्र चौधरी, राजेश कुमार, एवं बाल विकास विभाग मुख्य सेविका श्रीमती अनिता देवी, विमला शर्मा, फूलकली आदि लोग उपस्थित रहे।