रामनगर बाराबंकी।
रामनगर बाराबंकी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बावजूद गौशाला संचालन के प्रति जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं जिसके चलते गौशाला में संरक्षित पशुओं की देखभाल एवं रखरखाव में बड़े पैमाने पर खेल किया जा रहा है ब्लाक रामनगर की थाल कला गौशाला में पशुओं को एक्सपायरी डेट की दवाइयां खिलाई जा रही है शायद यही कारण है कि दवा में उत्पादन की तिथि और
एक्सपायरी डेट की तिथि के रैपर को ही फाड़ दिया गया। इस घोर लापरवाही के चलते ही आए दिन बेजुबान पशुओं की मौतें गौशालाओं में हो रही है। लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा । विशेष उल्लेखनीय बात तो यह है। हकीकत उजागर ना हो इसके लिए गौशालाओं में प्रवेश द्वार पर अंग्रेजी हुकूमत को मात देने वाले बोर्ड लगे हुए हैं। इन बोर्डों में लिखा है,कि जिलाधिकारी की इजाजत के बिना किसी भी व्यक्ति का गौशाला में प्रवेश वर्जित है। इस तुगलकी आदेश से गौशालाओं के रखरखाव में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। ज्ञात हो कि विकासखंड रामनगर में लगभग आधा दर्जन गौशालाएं संचालित हैं।इन गौशालाओं में रह रहे गौवंशो के रखरखाव व खानपान में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते आए दिन दर्जनों बेजुबान जानवर दम तोड़ रहे हैं। नियम के मुताबिक इन गौशालाओं में क्षमता के अनुसार टैग लगे जानवर ही रखे जा सकते हैं। उनके खानपान व रखरखाव का पैसा भी मिलता है। लेकिन गौशालाओं में क्षमता से कई गुना अधिक बगैर टैग लगे हुए जानवर भी रह रहे हैं। जिनके रखरखाव व खान-पान का पैसा भी नियम के खिलाफ निकल रहा है। यही नहीं कोई भी पत्रकार अथवा समाज सेवी उनके भ्रष्टाचार को उजागर न कर सके इसलिए प्रत्येक गौशालाओं के मुख्य द्वार पर जिला अधिकारी की आज्ञा के बिना प्रवेश निषेध के बोर्ड लगे हुए हैं। जिसके चलते गौशालाओं में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा भ्रष्टाचार को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है। यही नहीं जानवरों को बीमारियों से बचाने के लिए जो दवाइयां दी जा रही हैं। उसमें भी खेल खेला जा रहा है। आज शनिवार को थाल खुर्द गौशाला में जानवरों के पेट में कीड़े मारने की दवा के जो डिब्बे दिए गए हैं। इन सभी डिब्बों पर लगे उत्पादन व एक्सपायरी डेट का लेवल फाड़ दिया गया है। इस संबंध में पशु चिकित्सा अधिकारी त्रिलोकपुर डॉ संजीव चौधरी का कहना है कि 10 डिब्बों में जो दवाई है। वह सही है लेकिन सभी 10 डिब्बों के लेबल फ़टे होने की जानकारी मुझे मिली है। इसकी जांच की जाएगी। गौरतलब बात यह है कि जिम्मेदार अधिकारियों और उनकी टीम के द्वारा निरीक्षण के नाम पर केवल फर्ज जाएगी की जा रही है गौशालाओं की जा रही है जिसके चलते नित्य प्रति बेजुबान जानवर अव्यवस्थाओं के चलते दम तोड़ रहे हैं । गौशाला में उत्पादन तिथि और एक्सपायरी डेट की तिथि को फाड़कर भेजी गई दवा के संबंध में पूछे जाने पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अतुल अवस्थी ने पूछे जाने पर बताया कि ऐसा मेरे संज्ञान में नहीं है यदि ऐसा है तो उसकी जांच कराई जाएगी। खंड विकास अधिकारी रामनगर विजय सिंह का पक्ष जाने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।