रामनगर बाराबंकी l ज्ञात हो कि तहसील रामनगर क्षेत्र लोधेश्वर धाम महादेवा में सरकार के द्वारा काशी की तर्ज पर कॉरिडोर बनाया जाना है जिसको लेकर जिला प्रशासन अति गंभीर है और चारों तरफ की नेपाई करके जिसकी रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है और इसका ऐलान भी हो चुका है कि पहले चरण में 30 करोड़ रूपया आएगा जिसमें 27 करोड़ रूपया से विकास किया जाएगा और 3 करोड़ रूपया मुआवजा के रूप में दिया जाएगा और उसका विकास श्री लोधेश्वर महादेवा मठ के पीछे से शुरुआत होगी और इसी विकास के लिए महादेवा में बहुत सारी जमीन भी अधिग्रहण की जाएगी इसी विकास के लिए श्री लोधेश्वर महादेव मठ के वर्तमान मुख्तियार श्री अजयपुरी ने एक बातचीत में बताया कि हमारे मठ की जमीन जो अधिग्रहण की जाएगी उसका मुआवजा न लेने का ऐलान किया और बताया है की एक मावाजे की रकम विकास कार्य में लगा दिया जाए और कहां कि हमारी जमीन के मुआवजा के रकम जब विकास में लग जाएगी तो और भी विकास हो जाएगा जबकि क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि महादेवा परिसर में मठ की जमीन बहुत ज्यादा है और मठ के चारों ओर है जिसकी कीमत लगभग करोड़ों में है और रोड साइड भी काफी जमीन है लेकिन कुछ जमीन भू माफियाओं ने कब्जा भी कर रखा है और अजय पुरी ने बताया कि हम सरकार से अपील करते हैं की इन दो माफिया से मठ की जमीन मुक्त कराकर इसी विकास में लगा दी जाए जबकि उच्च न्यायालय से नियुक्त मठ रिसीवर हरिप्रसाद त्रिवेदी ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मैं इस विकास के मामले में मैं कुछ नहीं कहना चाहता हूं जबकि जन चर्चाओं में यह भी सुनने को मिला है कि महंत बीपी दास ने भी अपनी कुछ जमीन जो इस समय महादेवा में मौजूद है वह भी इन्होंने विकास कार्य में दे दिया है और इसका मुआवजा भी नहीं नहीं लेंगे