- बुंदेलखंड राष्ट्र समिति ने एसडीएम को दिया ज्ञापन
एसडीएम को ज्ञापन सौंपते समिति के पदाधिकारी।
खागा/फतेहपुर। बुंदेलखंड क्षेत्र में किसान इन दिनों खाद की किल्लत से परेशान हैं। आलाधिकारी चुनाव संबंधी कार्यों में व्यस्त हैं। अधिकारियों के दूसरे कार्यों में व्यस्त होने का फायदा खाद कारोबारी जमकर उठा रहे हैं। बीते कई दिनों से क्षेत्र में यूरिया की कालाबजारी हो रही है। किसानों को प्रति बोरी 50 से 70 रुपए अधिक चुकाने पड़ते हैं। इस समस्या का निस्तारण निकालने के लिए शुक्रवार को बुंदेलखण्ड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष व स्वयं सेवकों ने एसडीएम खागा प्रभाकर त्रिपाठी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की।
समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय ने एसडीएम को अवगत कराया कि वर्तमान समय में गेहूं की फसल में यूरिया की जरूरत है। समितियों में या तो खाद की अनुपलब्धता है या फिर किसानों को जरूरत के मुताबिक नहीं मिल पा रही है। सचिव किसानों के साथ भेदभाव करते हैं। जिसके चलते उन्हें प्राइवेट दुकानों पर जाना पड़ता है। बुंदेलखंड में खाद की कमी के बीच बढ़ती मांग के कारण प्राइवेट दुकानदार भी कालाबजारी पर उतारू हैं। प्रति बोरी 50 से 70 रुपये अधिक दाम पर किसानों को यूरिया खाद मिल पा रही है। 266.50 रुपये प्रति बोरी से मिलने वाली यूरिया खाद क्षेत्र के विभिन्न कस्बा व गांवों की दुकानों पर 340 से 350 रुपये में बिक रही है। सुदूरवर्ती क्षेत्र में यूरिया खाद की एक बोरी 370 रुपये तक बेची जा रही है। किसानों को मजबूरी में महंगे दाम पर यूरिया खरीदनी पड़ रही है। विभागीय अधिकारी इसे अनदेखा कर रहे हैं, जिसका खामियाजा किसानों को अधिक पैसे देकर भुगतना पड़ रहा है। एसडीएम ने आश्वस्त किया है कि थोक व फुटकर दुकानदारों के यहां औचक निरीक्षण करके कालाबजारी समाप्त की जाएगी। पकड़े जाने वाले दुकानदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। ज्ञापन देने वालों में व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष शिवचंद्र शुक्ला, वार्ड सभासद सूरज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र सैनी, जिला मंत्री सुशील अवस्थी, सचिव कपिल कुमार, मनोज सिंह, पूरन सिंह आदि रहे।
रिपोर्ट – अशोक सिंह