खबर लीक न हो इसलिए मामले को दबा किया रफा दफा!
फतेहपुर खनन से गुलजार औंग क्षेत्र अवैध खनन के चलते माफिया निरंकुश हो गए
आम लोगों के लिए
नियम,कानून कायदे तो है लेकिन खास दायरें से बाहर रहते हैं। जिससे मैनेजमेंट का खेल खेलकर जेब भारी होती रहे उसके लिए चाहे कीमत जो भी हो!
शनिवार की रात थानाक्षेत्र के रानीपुर में बंद पड़े दो ईंट भट्ठों के पीछे अवैध खनन चल रहा था। जो डम्फरों से एक फैक्ट्री में डाल कर बेंचा जा रहा था। दुर्गागंज व रानीपुर ओवर ब्रिज के बीच सब्जी की आढत लगती है। जहां क्षेत्रीय किसान हरी सब्जियां लेकर आते हैं। उड़ते धूल को लेकर अवैध खनन संचालकों के बीच तू-तू-मैं-मैं थानपुर मोंड के पास हो गई। जिसके बाद शराब के नशे में धुत खनन संचालकों द्वारा नें आढ़तियों की पिटाई कर जम कर उत्पात मचाया! जैसे ही गम्भीर चोंट खून से लहुलुहान आढ़ती हुआ वैसे ही प्रशासन को मामले की भनक लग लगई समूचा तंत्र अवैध खनन संचालकों के साथ मिलकर डैमेज कंट्रोल में जुट गया। आनन फानन कस्बा औंग से बिरादरी के एक पूर्व खनन संचालक व ठेकेदार से सम्पर्क स्थापित कर माफियाओं नें सुलह के लिए दबाव बनाने लगे जिससे बात आगे न बढ़े! अगर बात बढ़ी तो उच्चाधिकारियों को गुमराह कर चल रहे अवैध खनन पर कहीं अंकुश न लग जाए ? मारपीट में घायल का उपचार एक निजी अस्पताल में हुआ! दूसरे दिन रविवार को पीड़ितों व खनन संचालकों नें थाना पर सुलहनामा पत्र सौंपा कर अपनी जान बचाई !
अपराध नियंत्रण को लेकर मुस्तैदी दिखाने वाले छुट पुट मामलों में कानून की दुहाई देने वाले डैमेज कंट्रोल में जुटे रहे! तनिक भी कार्रवाई पर दिलचस्पी नहीं दिखाई पूरे मामले में थानें का एक नकारा दुलारा बना रहा आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है!