विद्युत चोरी करने वालों को देता है पूर्ण संरक्षण- सूत्र
राधा नगर पावर हाउस के उपखंड अधिकारी तथा अवर अभियंता के माध्यम से संविदा कर्मचारी उपभोक्ताओं के यहां पड़ने वाले छापे का कराता है सेटलमेंट
यदि संविदा कर्मचारियों की कराई जाए निष्पक्ष जांच तो निकाल कर आएगा भ्रष्टाचार का महाजिन्न
फतेहपुर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में विद्युत विभाग में नए अध्यक्ष अरविंद कुमार को नियुक्त करने के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश में विद्युत विभाग में बकाया बिल की वसूली तथा विद्युत विभाग की व्यवस्था चुस्त एवं दुरुस्त करने की बात की उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बड़े विद्युत बिल के बड़े बकायदारों के यहां विजिलेंस टीम व उपखंड अधिकारी तथा अवर अभियंता जाकर बकाया बिल की वसूली करने का काम करेंगे वहीं पूर्व में रहे विद्युत विभाग के अध्यक्ष ने जनपद फतेहपुर में विद्युत विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के मामले को संज्ञान में लेते हुए कई ऐसे कर्मचारियों के ऊपर कठोर कार्यवाही करने का काम किया था नए अध्यक्ष ने ज्यादा से ज्यादा बड़े बकायदारों से वसूली करने का फरमान भी जारी किया है उनका यह आदेश भले ही अन्य जनपदों में लागू होता नजर आ रहा हूं किंतु जनपद फतेहपुर के राधा नगर पावर हाउस में तैनात संविदा कर्मचारी विनय सिंह इन दिनों क्षेत्र में पूरी तरह से सुर्खियों पर छाया हुआ है इस संविदा कर्मचारियों के द्वारा अपने क्षेत्र खुशवक्त राय नगर में कुछ ऐसे घर हैं जहां पर विद्युत विभाग की चोरी खुले आम की जाती है और चोरी करने वालों को यह संविदा कर्मचारी पूरा संरक्षण देता है हालांकि इस मामले में राधा नगर पावर हाउस के अवर अभियंता तथा उपखंड अधिकारी को भी यह संविदा कर्मचारी अपने क्षेत्र में चेकिंग के दौरान उन घरों से दूर रखता है और पहले ही उन लोगों को यह सूचना दे देता है कि आज क्षेत्र में विद्युत विभाग की टीम का छपा पड़ेगा सूचना मिलते ही वह घर पहले से सतर्क हो जाते हैं वहीं उन घरों के मीटर भी घर के बाहर नहीं लगे हुए हैं वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह संविदा कर्मचारी अपने क्षेत्र में गरीब भोली भाली जनता के यहां विद्युत विभाग का छापा डलवा कर उनसे मोटी रकम लेकर सेटलमेंट करवाने का काम भी बखूबी करता है इस संविदा कर्मचारियों के क्षेत्र में कई ऐसे बड़े विद्युत बिल के बड़े बकायदार हैं जिनके यहां अधिकारी भी जाने का साहस नहीं जुटा पाते हैं अब ऐसे संविदा कर्मचारियों के होते हुए आखिरकार विद्युत विभाग के नए अध्यक्ष का आदेश का पालन कैसे हो सकता है कहीं ना कहीं इस संविदा कर्मचारी के प्रति यदि विभाग करले निष्पक्ष जांच तो निकाल कर आएगा भ्रष्टाचार का महाजिन्न!