जहरीला सांप काटने पर ऐसे बचाएं जान, भूल से भी न करें ये गलती; हो सकती है मौत
सांप का नाम सुनते ही लोगों में डर का मौहोल बन जाता है। ऐसे में यदि सांप किसी को काट ले तो डरना स्वभाविक है, लेकिन ऐसे समय में घबराएं नहीं, ना हीं जल्दबाजी में कोई ऐसा कदम उठाएं, जिससे जान को खतरा हो।
आइए जानते हैं कि स्नेक बाइट के बाद क्या करें…
चौडगरा फतेहपुर दोआबा में बरसात में सर्पदंश के मामले बढ़ गए हैं। बारिश के दौरान उमस भरी गर्मी के दौरान जहरीले कीड़े बाहर निकल आते हैं जो कई बार दबाव या फिर अचानक काटने के चलते समय रहते उपचार न मिलने के कारण पेशेंट की मौत हो जाती है। की बार झाड फूंक के चक्कर में लोग समय रहते अस्पताल नहीं पहुंच पाते जिससे मौत होने का खतरा बढ़ जाता है। दावा है कि सर्पदंश से बीते तीन सप्ताह के अन्दर 6 लोगों की मौत प्रकाश में आ चुके हैं इसमें कई बार मरीज बायगीर से इलाज कराते हैं, इससे मरीज के जीवन पर संकट बन सकता है। सांप-जहरीले कीड़े काटने के मरीज का इमरजेंसी में इलाज सम्भव है। पीएचसी गोपालगंज में ऐसे मामले ग्रामीण क्षेत्रों के साथ गंगा तराई क्षेत्र के तट से मरीज आते हैं।
इमरजेंसी डॉ. हिमांशु गुप्ता ने इस बावत बुद्धवार को बताया कि सांप-जहरीले कीड़े के काटने का इलाज और जांच की इमरजेंसी में सुविधा है। जिला अस्पताल में होल ब्लड क्लोटिंग टेस्ट की सुविधा है। इससे जहर की पहचान की जाती है। यहां एंटी वेनम इंजेक्शन भी हैं। उन्होंने कोबरा-करैट प्रजाति के सर्प के काटने से इलाज के बाद लोग ठीक हो सकते हैं। सांप काटने पर बायगीर के पास नहीं जाएं, जितनी जल्दी हो सके अस्पताल में भर्ती कराएं।
ये करें:
- सांप के डसनें पर घबराएं नहीं, इससे रक्तचाप बढ़ने से जहर का प्रसार शरीर में तेजी से होता है।
- सर्पदंश वाले स्थान पर चीरा न लगाएं, मुंह से जहर पीने से शरीर में संक्रमण फैल सकता है।
- शरीर जिस हिस्से को सांप ने काटा है, उस हिस्से को हृदय के मुकाबले झुकाव करते हुए अस्पताल लाएं।
सांप काट लें तो नहीं करें ऐसे काम
- शरीर के जिस हिस्से पर सांप काटे वहां कोई गर्म या ठंडे चीजें न लगाएं, जैसे बर्फ और गर्म पानी।
- अगर पैर या हाथ में सांप काट ले तो ऊपरी हिस्से को टाइट न बांधे क्योंकि इसे खून रुक जाता है।
- जिस हिस्से में सांप काट ले वहां चीरा न लगाएं।
- जिसे सांप काट लें उसे नींद लेने से रोकें।