पुलिस बोली पारिवारिक विवाद में दो पक्ष भिड़े

पीड़िता पुलिस पर लगा रही गम्भीर आरोप

कोतवाली में नही रहा महिलाओ का सम्मान

फतेहपुर 30 दिसंबर यूं तो पुलिस का काम इंसाफ दिलाना होता है लेकिन सदर कोतवाली पुलिस ने एक लड़की को इंसाफ तो नहीं दिलाया बल्कि चौकी से लेकर थाने तक उसकी बर्बरता पूर्वक पिटाई कर दी पीड़िता की माने तो कोतवाली पुलिस ने कमरे में बंद करके उसे जमकर पीटा और तमाम तरह की बदसलूकी की पीड़िता ने तमाम गंभीर आरोप कोतवाली पुलिस पर लगाएं। उधर इस मामले पर पुलिस के उच्चाधिकारी कुछ भी जवाब देने को तैयार नहीं है पुलिस का कहना है कि उसका शांति भंग में चालान किया गया है और पारिवारिक विवाद था लेकिन अब सवाल उठता है कि पुलिस को किसी लड़की के साथ मारपीट करने की अनुमति किसने दी और आखिर पुलिस ने इतनी बर्बरता पूर्वक पिटाई क्यों की इस बात को लेकर पुलिस के उच्चाधिकारी कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं जिससे एक ओर जहां खाकी की किरकिरी हो रही है वहीं दूसरी तरफ ईमानदार अफसरों के साथ पर भी बट्टा लगा है

पिछले 24 घंटे से शहर क्षेत्र में एक मामला सुर्खियों में कोतवाली क्षेत्र के मुराइन टोला इलाके की एक पीड़िता श्रद्धा देवी अपनी तीन बहनों के साथ अपने मकान पर रहती है और उसी मकान में जमीन का विवाद उसके भाई से चल रहा है निर्माण कार्य को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया एक पक्ष पुलिस के पास पहुंचा तो मुराइन टोला चौकी की पुलिस ने श्रद्धा को बुलाया और उसके साथ बदसलूकी की श्रद्धा की माने तो मुराइन टोला पुलिस ने भी उसके साथ बदसलूकी और उसके बाद वहीं पर कोतवाल भी आ गए कोतवाल अपनी पूरी टीम के साथ आएं पीड़िता की माने तो उसके बातचीत करने के बाद गाली गलौज शुरू कर दी और वहीं पर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी मारपीट का सिलसिला यहीं तक थमा नहीं *बाकायदा पुलिस उसे अपनी गाड़ी में बैठा कर थाने ले गई पीड़िता का आरोप है कि थाने में करीब 3 घंटे तक कमरे में बंद करके लड़की की पिटाई होती रही और उसके बाद दूसरे पक्ष को भी बुला शांति भंग के आरोप में चालान किया गया पीड़िता की मानें तो कोतवाली पुलिस ने उसे मारा पीटा और उसके बाद सादे कागज में दस्तक भी करवा दिए इसके अलावा पुलिस ने उसके साथ बदसलूकी भी जमकर किया अब इस मामले को लेकर कोतवाली पुलिस की गर्दन फसने को आई तो आला अफसरों को भी कोतवाली पुलिस ने गुमराह कर दिया कोतवाली पुलिस ने आला अफसरों को जो बताया उसी का प्रेस नोट जारी कर दिया गया जारी प्रेस नोट में आला अफसरों ने कहा कि श्रद्धा और उसकी बहन तथा भाई के बीच में मकान का छज्जा बनवाने को लेकर विवाद चल रहा था दोनों पक्षों के बीच में मारपीट हुई है जिससे दोनों का शांति भंग के आरोप में चालान किया गया है कोतवाली पुलिस ने मारपीट की घटना को स्वीकार करने से साफ इंकार कर दिया बल्कि यह कह दिया कि यह मारपीट की घटना पुलिस ने नहीं की बल्कि दोनों परिवार आपस में खुद के भिड़े थे। सवाल इस बात का होता है कि थाने आई लड़की पुलिस पर गंभीर आरोप क्यों लगा रही है तमाम सवाल ऐसे हैं जिनके रहस्य छिपे हुए लेकिन कोतवाली पुलिस छिपे हुए रहस्यों को बेनकाब इसलिए नहीं कर पा रही है क्योंकि वह खुद आरोपों से घिरी हुई है पुलिस के उच्चाधिकारी भी इस मामले में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है जिससे अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है और क्षेत्र में एक बार फिर से

खाकी की बदनामी हुई है सबसे दिलचस्प यह है कि पुलिस को किसी महिला के साथ मारपीट और अभद्रता करने का परमिट जारी किसने जारी कर दिया यह तो नहीं पता लेकिन एक बात साफ हो गई है कि शहर में पुलिस की नजरों में महिलाओं का सम्मान नहीं रहा इस मामले को लेकर उच्चाधिकारियों से जब बात की गई तो उनका साफ तौर पर कहना है कि शांति भंग के आरोप में चालान किया गया है और कोई मारपीट नहीं हुई है घटना के बाद से पीड़ित लड़की श्रद्धा सहमी हुई है और न्याय की गुहार लगा रही है श्रद्धा का यह भी कहना है कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या करने को मजबूर होगी ऐसी स्थिति में आखिर पुलिस क्यों चुप्पी साधे हुए हैं इस पर भी तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं

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