ट्विटर पर वायरल हुए को डीएम ने लिया संज्ञान में और मौके पर जांच रवाना हुई.

फतेहपुर,,,जिले के हसवा विकास खंड के रामपुर थरियाँव मे स्थित गौशाला एक गोवंश की मौत का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद जिले के आला अधिकारियों ने ट्यूटर को संज्ञान लेते हुए संबंधित जिम्मेदारों को निरीक्षण हेतु रवाना कर दिया।

 रात्रि में तेज बारिश के चलते गौशाला में  लगभग 1/4 भाग में जल ही जल हो गया। जिसमें बीमारी के दौरान एक गौवंश की मौत हो गई जिसका वीडियो सोशल मीडिया में बहुत तेजी से वायरल हुआ जिस को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी ने निरीक्षण के तौर पर नायब तहसीलदार लक्ष्मी बाजपेई ,खंड विकास अधिकारी- वीरेंद्र प्रताप वर्मा ,मुख्य चिकित्सा अधिकारी - नवल किशोर सचान , पशु चिकित्सा अधिकारी थरियाँव - अंशु पांण्डेय, एडीओ पंचायत- कौशलेंद्र सिंह, के साथ गौशाला का निरीक्षण किया गया। तेज बारिश की वजह से गौशाला में पानी भरा था। जिस पानी को निकालने के लिए उचित प्रबंध कर पानी निकालने के निर्देश दिए गए। एक मृत्यु गोवंश को गौ पालको द्वारा सुबह ही मिट्टी में दफन कर दिया गया था। जिसके मौत की पुष्टि पशु चिकित्सा अधिकारी अंशु पांण्डेय ने की। गौशाला की साफ सफाई व्यवस्था के लिए लगभग 10 से 12 सफाई कर्मियों को लगाकर समूचे गौशाला को साफ किया गया। चिकित्सा कक्ष में गंभीर बीमारी के चलते चार गोवंश मिले जिन का इलाज समय-समय पर चिकित्सा अधिकारी द्वारा किया जा रहा है। गौशाला में गौवंशो पानी पीने हेतु आदर्श तालाब स्थापित किया जा चुका है जिसमें जल्द से जल्द पानी भरवाने के निर्देश दिए गए। गौशाला में लगभग 500 कुंटल भूसा व संतुलित आहार हेतु चुनी, चोकर, खली का प्रबंध उपलब्ध पाया गया। हरे चारे हेतु ग्राम प्रधान द्वारा उचित प्रबंध किया गया है जो समय-समय पर मनरेगा मजदूरों द्वारा कटवा कर लो गौवंशो को खिलाया जा रहा है। गौवंशो के बाहर निकलने की समस्या को लेकर ग्राम प्रधान पति अनूप सिंह ने बताया कि गौशाला के चारों तरफ बैरिकेडिंग टीन सेट लगाकर व्यवस्थित किया जा रहा है। और जो चारों तरफ मिटटी कि बाउंड्री  बनी हुई है। उसे जल्द ही टीन सेट लगने के बाद बराबर करा दिया जाएगा ।जिससे गोवंश बाहर भी नहीं जा पाएंगे और मरने से भी बचाया जाएगा। गौशाला के चारों तरफ लग रही बैरीकेटिंग को भी उपरोक्त अधिकारियों ने निरीक्षण किया और जल्द से जल्द काम को पूरा कराने के निर्देश दिए।

*ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनूप सिंह  ने अपनी पैतृक भूमि पर बोया हरा चारा ,भर रहे गोवंशो का पेट।* 


 हरे चारे की व्यवस्था को लेकर लगभग 50 बीघे में चरी व बाजरा बोया हुआ है।और ग्राम प्रधान अनूप सिंह ने अपनी पैतृक भूमि पर लगभग 12 बीघे चरी बोकर बेहतर व्यवस्था का प्रमाण दे रहे हैं। लगभग 25 बीघे बोई गई चरी में तेज बरसात होने से पूरी तरह जलमग्न हो चुकी है। इस समय पैतृक भूमि पर ही हरे चारे का प्रबंध गौशाला को संचालित कर रहा है। जिसकी व्यवस्था को अवगत कराते हुए प्रधान ने जांच अधिकारियों को अवगत कराया। नायब तहसीलदार लक्ष्मी बाजपेई ने इस सराहनीय कार्य के लिए ग्राम प्रधान को धन्यवाद प्रस्तुत किया।

मार्च माह से नहीं हुआ भुगतान – आखिर कौन जिम्मेदार

गौशाला की व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी के सख्त तेवर भी ब्लॉक के कर्मचारियों के जूं नहीं रेंग रहा है। ग्राम प्रधान अनूप सिंह ने गौशाला को संचालित करने के लिए अपनी निजी भूमि का भी उपयोग गौशाला के रूप में कर लिया है फिर भी लगभग 4 माह हो गए ब्लॉक के अधिकारियों की उदासीनता के चलते भुगतान नहीं हुआ उन्होंने बताया कि यदि यही व्यवस्था रही तो गौशाला संचालित करने के लिए हाथ खड़े करने में बहुत देर नहीं लगेगी। मार्च से अब तक लगभग दस लाख रुपए बाजार में उधार हो चुका है जिसके भुगतान के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाए जा रहे हैं किंतु भुगतान नहीं किया गया। इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी वीरेंद्र प्रताप वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नए सत्र में शासन द्वारा धन अवमुक्त नहीं कराया गया है और जैसे ही शासन से धन प्राप्त होगा सभी गौशालाओं को भुगतान कर दिया जाएगा।

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