मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचकर पीड़ित परिवार लगाएगा न्याय की फरियाद
फतेहपुर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां प्रदेश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान तथा नारी सुरक्षा सशक्तिकरण अभियान चला रहे हैं। वहीं उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ घटित हो रही घटनाओं को लेकर पुलिस विभाग के आला अधिकारी अपने-अपने जनपद में महिलाओं के साथ घटना घटित करने वाले दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजने का काम करेंगे। उनका यह बयान भले ही उत्तर प्रदेश के अन्य जनपद में लागू हो रहा है।
जनपद फतेहपुर में महिलाओं के साथ आए दिन घटना घटित हो रही। और जनपद की पुलिस महिलाओं के साथ घटना घटित करने वाले दोषियों को पकड़ने में कोसों दूर है। वही गाजीपुर थाना क्षेत्र के बनकटा गांव निवासी बलराज पुत्र स्वर्गीय अयोध्या ने मीडिया से रूबरू होते हुए बतायाकि जनपद के पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी सदर तथा मलवा थाना अध्यक्ष व सौरा चौकी इंचार्ज की चौखट पर जाकर अपनी बेटी के न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे है।। मृतक पीड़ित परिवार ने बतायाकि 3 मई 2023 को उन्होंने अपनी पुत्री सुनैना देवी का विवाह मलवां थाना क्षेत्र के चक्की गांव निवासी नीरज पासवान पुत्र विजय बहादुर पासवान के साथ हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दान दहेज के साथ अपनी पुत्री का विवाह किया था । शादी के बाद चौथी पर विदा होकर आई पुत्री सुनैना ने अपने माता-पिता से आपबीती बताते हुए बतायाकि ससुरालीजनों में पति नीरज पासवान,ससुर विजय बहादुर ,सास नाम अज्ञात, देवर अंकित पुत्र विजय बहादुर ,देवर मुनीश पुत्र विजय बहादुर, ननंद प्रियंका पति नाम पता अज्ञात, व मोसिया ससुर संदीप पुत्र अज्ञात ,मोसिया सास सुनीता पत्नी संदीप निवासी जैनपुर थाना मलवां जिला फतेहपुर उक्त दान दहेज से संतुष्ट नहीं थे। एवं पीड़ित की पुत्री से अपाचे मोटरसाइकिल की मांग शादी के बाद तुरंत करने लगे थे।पीड़ित ने बताया कि जब अपनी पुत्री को विदा कराकर घर लाए तो पुत्री ने ससुराली जनों द्वारा अपाचे मोटरसाइकिल मांगे जाने की बात बताई पीड़ित ने अपनी पुत्री को समझाया कि कोई बात नहीं धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा। एवं जब पुत्री को ससुराल वाले विदा कराने घर आए तो अतिरिक्त दहेज में मोटरसाइकिल की मांग की पीड़ित ने बताया कि जब उसकी स्थिति सही हो जाएगी । तब वह दे देगा ससुराली जनों द्वारा पीड़ित की पुत्री को 9 जून सन 2023 को अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर बुरी तरह से मारा पीटा जिससे पीड़ित की पुत्री को गंभीर चोटे आई पीड़ित की पुत्री के ससुराल वाले जिला अस्पताल लेकर गए । जहां डाक्टरों ने पीड़ित की पुत्री की गंभीर अवस्था देखते हुए डॉक्टरों ने भर्ती करने से इंकार कर दिया गया था। जिस पर उपरोक्त ससुराली जन पीड़ित की पुत्री को अस्पताल के बाहर छोड़कर भाग गए । सूचना मिलने पर पीड़ित जिला अस्पताल लाया गया ।वहां से अपनी पुत्री को लेकर प्राइवेट नर्सिंग होम में इलाज करवाता रहा । उसी दौरान सौरा चौकी इंचार्ज को भी लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र दिया । परंतु चौकी इंचार्ज द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई । पीड़ित की पुत्री की स्थिति गंभीर होने के कारण प्राइवेट नर्सिंग होम से जवाब देने के बाद पीड़ित अपनी पुत्री को लेकर कानपुर के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में अपनी पुत्री का इलाज करा रहा था । इलाज के दौरान कानपुर प्राइवेट नर्सिंग होम में भी ससुरालीजनों का कोई भी आदमी नहीं पहुंचा ।।वहां से भी जवाब होने के बाद पीड़ित अपनी पुत्री को लेकर कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां 21 जून सन 2023 को पीड़ित की पुत्री की मृत्यु हो गई। पीड़ित अपनी पुत्री की लाश को लेकर फतेहपुर आया एवं पुलिस को सूचना दिया पुलिस द्वारा पीड़ित की पुत्री का पोस्टमार्टम कराया गया । परंतु आज तक पीड़ित की पुत्री की मृत्यु होने के बाद मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया। पीड़ित आए दिन थाने के चक्कर लगा रहा है। परंतु 9 दिन बीत जाने के बावजूद भी पीड़ित का मुकदमा पंजीकृत नहीं हो सका है। जिस की गुहार वह जनपद के सक्षम अधिकारियों से लगा चुका है । सोचने वाली बात यह है कि आखिर क्या मामला है जिस कारण पीड़ित का मुकदमा नहीं पंजीकृत किया जा रहा है। कहीं न कहीं इस मामले में भ्रष्टाचार की बू आ रही है ।
घटना इतनी बड़ी घटित हो गई कि 1 महीने 20 दिन के अंदर ही पीड़ित की पुत्री का विवाह हुआ और पीड़ित के पुत्री की मृत्यु हो गई । और मलवा थाने की पुलिस व सौरा चौकी की पुलिस पीड़ित की पुत्री के ससुराल भी जाना उचित नहीं समझा। अब देखने वाली बात यह है कि क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महिलाओं की सुरक्षा का दावा करने की हकीकत फतेहपुर जनपद में पूरी तरह हवा हवाई साबित हो रही है। और पुलिस विभाग के आला अधिकारी अपनी कलम बंद कर रखा है। जिस कारण ससुराली जनों के हौसले बुलंद हैं। और वह खुलेआम पीड़ित के पिता व रिश्तेदारों को यह कहते नहीं थक रहे कि उनका कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है । अब ऐसी स्थिति में दहेज की भेंट चढ़ गई गरीब की बेटी आखिर क्यों नहीं हो रही कार्रवाई। ।