फतेहपुर जिले के धाता थाना क्षेत्र के अजरौली गांव मे एक नवविवाहिता को मारकर अपने घर के सामने खाद के गड्ढे में गाडकर लाश को छिपा दिया गया। और तेरहवें दिन मायके पक्ष वालो की खोजबीन के बाद पुलिस ने शव को बरामद किया । और जांच में जुट गयी। बताया जाता है कि धाता थाना अंतर्गत अजरौली गांव निवासी सोनू यादव पुत्र स्व 0 रामदत्त यादव का बन्दना यादव का दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसलिए बन्दना अपने मौसी के यहाँ अतरौली पल्लावा में काफी दिनो तक रहा करती थी। बन्दना की माँ नीलम देवी का देहान्त हो गया था। सौतेली माँ के मारने पीटने से परेशान रहती थी। तभी मौसी संगीता देवी के यहां चली गयी थी। बन्दना के नाबालिक होने के कारण सोनू से शादी नही हो सकी थी। और पास्को में सोनू जेल चला गया। और बन्दना के बालिक होते ही छह महीने पहले शादी कर ली और सोनू यादव के तीन भाई लवकुश यादव मोनू यादव और माँ प्रीतिमा यादव और सोनू यादव की पत्नी बन्दना यादव साथ रहने लगे। इसके बाद बन्दना यादव का पिता नथन यादव निवासी चक नारा कोतवाली मँझनपुर जनपद कौशांबी अपनी लड़की बन्दना के पास फोन किया तो फोन स्विच आफ था तो घर आया तो सोनू की माँ कहने लगी कि दिल्ली गये है। मायके पक्ष वालो की खोजबीन के बाद पुलिस ने शव को बरामद किया।