खागा/फतेहपुर 17 दिसंबर। कुछ लोग जहां एक ओर उर्दू जबान के नाम पर हिंदू मुस्लिम को बांटने की कोशिश करते हैं,वहीं शनिवार को ठाकुर जय नारायण सिंह पीजी कॉलेज हथगाम में उर्दू एवं उर्दू जबान के महान शायर अल्लामा इकबाल पर एक वृहद कार्यक्रम हुआ जिसमें छात्र-छात्राओं ने इकबाल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर अपनी बात रखी।कार्यक्रम के आयोजक रमेश चंद्र एवं संचालक विनोद मौर्य रहे जबकि अध्यक्षता हिंदी शिक्षक डा रतीभान सिंह ने की।
जाने-माने कवि एवं शायर शिवशरण बंधु हथगामी ने मुख्य अतिथि के रूप में मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।उन्होंने कहा कि उर्दू पूरे हिंदुस्तान एवं हिंदुस्तानियत,मोहब्बत,इंकलाब की जबान है।इसे मुसलमानों की जबान कहकर कुछ लोग अपना उल्लू सीधा करते हैं।कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद ने उर्दू को हिंदुस्तानी नाम दिया था।भाषाएं आपस में दिलों को जोड़ती हैं। उन्होंने अपनी चार पंक्तियों से दावा किया-मशवरा मेरा हवा में न उड़ाया जाए,इसको हर हाल में कानून बनाया जाए,दिल में नफरत का कभी बीज नहीं पड़ सकता,हिंदी उर्दू को अगर साथ पढ़ाया जाए।
प्राचार्य रमेश चंद्र ने अल्लामा इकबाल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार रखे और हिंदी उर्दू को सगी बहनें बताया।कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज की छात्रों द्वारा अल्लामा इकबाल की मशहूर नज़्म लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी,का सामूहिक गान से हुई।बाद में उनकी नज़्म सारे जहां से अच्छा का सामूहिक गान किया गया।उर्दू के प्राध्यापक अब्दुल अजीज ने बहुत अच्छी तकरीर पेश की और इकबाल के अशआर सुनाए-दयारे इश्क में अपना मकाम पैदा कर,नया जमाना नया नए सुबह शाम पैदा कर।सितारों के आगे जहां और भी हैं,अभी इश्क के इम्तिहां और भी हैं।स्पेशल काव्य पाठ के लिए बुलाए गए शिवशरण बंधु हथगामी ने कई कलाम सुनाए।उन्होंने दावा किया-सुहाना है बहुत मौसम कहीं से लू नहीं आती, मगर क्या बात है फूलों से भी खुशबू नहीं आती,चलो हम दोस्त बन जाएं रफाकत(दोस्ती) काम आएगी,तुम्हें हिंदी नहीं आती हमें उर्दू नहीं आती।
कॉलेज की रिजवाना बानो,युसरा मरियम,रहनुमा बानो, साक्षी सिंह,वैष्णवी,वैभव लक्ष्मी,फरहा नाज,सैफ खान आदि ने कार्यक्रम प्रस्तुत किए।सना परवीन,फिजा अनम,जैनब खातून,निदा अंजुम,हिना बानो,सानिया नाज,रिजवाना बानो,शिफा परवीन,उम्मे शादिया,मेहरून्निसा,निराली बानो,आशिया मिर्जा आदि ने भाग लिया।इस कार्यक्रम में विनोद कुमार मौर्य,लव प्रताप,हरि गोविंद,लालजी गुप्ता,सौरभ श्रीवास्तव,नितेश द्विवेदी, ईश्वर चंद,शैलेंद्र कुमार,रिया मौर्या, रमेश कुमार मौर्य,जितेंद्र कुमार गुप्ता, जितेंद्र सिंह,प्रवीण कुमार,अनिल द्विवेदी,नमिता यादव,उर्दू टीचर अब्दुल अजीज,कैलाश शरण,रामकुमार शर्मा सहित पूरा स्टाफ मौजूद रहा।