फतेहपुर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला अध्यक्ष अशोक कुमार ने आज अपनी 11 सूत्री मांग पत्र का ज्ञापन देते हुए बताया कि राज्य कर्मचारी को पूर्व में मिल रही पुरानी पेंशन व्यवस्था मूल रूप से बहाल की जाए 1 जनवरी 2005 से पूर्व चयनित प्रशिक्षणधीन राजस्व लेखपाल व अन्य संवर्ग को पुरानी पेंशन व्यवस्था से आच्छादित किया जाए राज्य कर्मचारियों और शिक्षकों के रोके गए तथा समाप्त किए गए महंगाई व अन्य भत्ते बहाल किए जाएं विभागीय पदोन्नति किए जाते समय पोषक पद पर कार्यरत कर्मी को पदोन्नति हेतु पात्र माने जाने एवं किंतु विभागीय कार्यवाही प्रचलित होने के कारण पदोन्नति का पद नहीं दिया जाता है लेकिन पदोन्नति संवर्ग में एक पद रिक्त रख लिया जाता है तथा परिणाम बंद लिफाफा में रखा जाता है ऐसी स्थिति में क्रमिक का एक साथ 2 पदों पर धारणाधिकार रहता है इस कारण जहां पोषक संवर्ग में एक पद तथा पदोन्नति संवर्ग में भी एक पद संरक्षित रहता है इस विसंगति को दूर किया जाए विभिन्न विभागों में चल रहे रिक्त पदों पर विभागा द्वार अभियान चलाकर निर्धारित पदों के संक्षेप तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती की जाए जिन सम वर्गों में पदोन्नति के बाद पद उपलब्ध हैं किंतु पदोन्नति में बाधा आए उन्हें पदोन्नति के पद के समान वेतनमान प्रदान किया जाए जिन सम वर्गों में पदोन्नति के पद नहीं हैं उन्हें मूल पद के लेवल से एक लेवल छोड़ते हुए उच्च लेवल का वेतन प्रदान किया जाए कैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू होने तथा अब उसका नाम पंडित दीनदयाल राज्य कर्मचारी कैशलेस योजना रखने की घोषणा के बावजूद उचित सुविधा युक्त चिकित्सा संसाधनों के साथ 5 वर्ष बाद भी शासकीय अनुबंध अभी तक नहीं हो सकता है अभिलंब अनुबंध कराते हुए कैशलेस चिकित्सा प्रारंभ की जाए वहीं उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन दिया है ज्ञापन देने वालों में श्याम प्रकाश तिवारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जनपद शाखा फतेहपुर नरेंद्र कुमार शुक्ला अजय कुमार मिश्रा शिव नारायण दुबे श्रवण कुमार बद्री स्वयं पांडे धर्म सिंह सुरेश सिंह गौर बृजेश कुमार ज्ञानदेव शुक्ला बाबूलाल प्रवेश कुमार देवी प्रसाद रामप्रताप राजबहादुर नागेंद्र शुक्ला रामनरेश रामप्रताप रामसहाय देशराज समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे