अमौली/फतेहपुर विकासखंड अमौली अंतर्गत ग्राम सभा सरहन बुजुर्ग के मजरे बरमपुर गांव कस्बे के मध्य में स्थित श्री महावीरन धाम के धार्मिक स्थल में कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी एवम तुलसी विवाह के अवसर पर ग्रामीणों ने दशमी के दिन मंदिर में पूजन पाठ की स्थापना कर एकादशी के दिन बुजुर्ग ग्रामीणों ने मेला लगाने की प्रथा डाल दी थी। तब से श्रद्धलुओं की श्रद्धा और भक्तगणों की मनोकामनाएं पूर्ण होने लगी तब से ग्रामीण लोग श्रद्धा के साथ एकादशी के दिन इकत्रित हो कर भण्डारे का आयोजन कर प्रसाद बाटकर मेला में लाठियो से लट्ठमार युवक करतब दिखाते है। मेला देखने आए श्रद्धालुओ को आनन्द प्रदान करते है। बताते चले कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी एवम तुलसी विवाह के अवसर पर अमौली कस्बे के बुजुर्ग श्रद्धालु एवम बरमपुर गांव के बुजुर्ग श्रद्धालुओं ने मध्य में बसे श्री महाबीरन धाम के स्थल पर बड़े धूम धाम से कार्तिक मास की एकादशी को भण्डारे का प्रसाद चख कर श्रद्धा के साथ लेटकर बजरंगबली धाम के आस पास फेरी व लेट कर परिक्रमा भी करते है जिससे श्रद्धालुओ की मनोकामना की पूर्ति होती है। यहा प्रसाद का भंडारा देर रात्रि पहर तक चलता रहता है। परिक्रमा में छोटे छोटे बच्चे भी प्रतिभागी बनते है। तथा देवउठनी एकदशी के दिन मेले में लट्ठमार दिवारी खेलने की परंपरा को जीवित रखे हुए है।इसके अलावा कुलखेडा़ गांव के पास बंशी बाबा मंदिर पर भी मेले का आयोजन किया गया इस मौके पर क्षेत्रीय सम्मानित नागरिक गण मौजूद रहते है।