गौर में संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर बाबासाहेब को फूल-माला अर्पित कर उनके अमर योगदान को श्रद्धांजलि दी गई।
भाजपा अनुसूचित मोर्चा मंडल के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार और श्री महेश कसौधन के तत्वावधान में डीजे साउंड और “जय भीम” के नारों के साथ एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। “जय भीम, जय संविधान” के जयकारों से आसमान गूंज उठा, जो बाबासाहेब के समता और न्याय के सिद्धांतों का प्रतीक बना।
इस आयोजन में गौर प्रधान, संघ अध्यक्ष राजेश मिश्रा, गौर सुनील कुमार, रामखेलावन, ज्ञान प्रकाश, गुलशन, सूरज, गिरीश मिश्रा, शैलेश मिश्रा, इंद्रजीत गौड़, धर्मेंद्र गौड़ और समस्त ग्रामवासियों ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे यह कार्यक्रम और भी यादगार बन गया।
डॉ. अंबेडकर के विचार और उनके द्वारा निर्मित संविधान की रोशनी में यह आयोजन सभी के लिए प्रेरणास्रोत रहा।
गौर में आयोजित डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर श्री महेश कसौधन ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा, “जहां सर्व समाज सुधार की बात आती है, वहां बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का नाम सर्वोच्च स्थान पर आता है। नागरिकों, महिलाओं और दलित-वंचितों के मसीहा के रूप में उनके विचार और उनका जीवन किसी अवतार से कम नहीं था।”
यह उद्गार बाबासाहेब के समानता, न्याय और सामाजिक सुधार के सिद्धांतों को रेखांकित करता है।
गौर में डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के भव्य आयोजन के दौरान भाजपा अनुसूचित मोर्चा मंडल के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “जहां तक मेरा मानना है, बाबासाहेब जैसा ज्ञानी, संघर्षशील और सहनशील व्यक्ति आज तक कोई पैदा नहीं हुआ है, न ही भविष्य में ऐसी संभावना दिखती है।”यह आयोजन बाबासाहेब के विचारों और उनके अवतारी जीवन का एक प्रेरणादायी उत्सव रहा। उन्हें कोटि-कोटि नमन!है