फर्जी तरीके से जीवित राम दयाल को मृत किया गया है घोषित -शिकायत कर्ता रामनरेश
जनपद बस्ती क्षेत्र के अन्तर्गत भानपुर तहसील में अत्याचार, भ्रष्टाचार, और लुटपाट की शिकायतें सामने आ रही हैं। यह बहुत गंभीर मामला है और इसकी जाँच की आवश्यकता है
भानपुर तहसील में राम नरेश पुत्र भुलई द्वारा आईजीआरएस के माध्यम से दर्ज शिकायत में मानिक राम पुत्र महादेव पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप यह है कि मानिक राम ने अपने सगे भाई राम दयाल पुत्र महादेव को कागजी अभिलेखों में फर्जी तरीके से मृत घोषित कर दिया हैं ,
और अब उनकी जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा, मानिक राम ने मुकादमा पंजीकृत करके मामले को और जटिल बना दिया है।
जबकि यह मामला बहुत ही गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण है। रामदयाल पुत्र महादेव को गलत तरीके से मृत घोषित किया गया है, और वह अभी भी जीवित हैं और {चन्द्र भानपुर }मेयूड़िहा में रहते हैं। उन्होंने कई बार तहसील दिवस और थाना दिवस में शिकायत भी की है, लेकिन अभी तक उनकी शिकायत का निस्तारण नहीं हो पाया है
रामनरेश पुत्र भुलई द्वारा शिकायती पत्र में कहा गया है कि राम दयाल पुत्र महादेव जीवित हैं और उनके मृत घोषित करने वाले दोषियों के खिलाफ आवश्यक जांच कर सम्वैधानिक कार्यवाही की जानी चाहिए। यह मामला बहुत ही गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण है, जहां राम दयाल पुत्र महादेव को गलत तरीके से मृत घोषित किया गया है, जबकि वह अभी भी जीवित हैं,शिकायतकर्ता रामनरेश पुत्र भुलई के मामले में लेखपाल सचिन द्वारा मृत घोषित राम दयाल के तथ्यों को बदलकर प्रस्तुत करने का आरोप है। यह मामला न्यायिक प्रक्रिया के दुरुपयोग और तथ्यों के हेरफेर का प्रतीत होता है। लेखपाल द्वारा मुकादमा वाद 1069/2,017 का हवाला देकर तथ्यों को निगलने का प्रयास किया जा रहा है, जिसमें मृत घोषित राम दयाल पुत्र महादेव का जीवित होने का प्रमाण छिपाया जा रहा है।शिकायतकर्ता रामनरेश का दावा है कि उन्होंने रामदयाल पुत्र महादेव से जमीन खरीदी है, लेकिन रामदयाल जीवित हैं और उन्होंने यह जमीन फूलमती पत्नी रामनरेश को दे दी है। यह तथ्य बुजुर्ग रामदयाल पुत्र महादेव द्वारा भी पुष्टि किया गया हैं लेखपाल का कहना है कि जीवित को मृतक और मृतक को जीवित करने का काम ब्लाक स्तर का काम है, न कि उनका । यह बयान बताता है कि लेखपाल इस मामले में अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं सचिन कुमार लेखपाल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, माननीय न्यायालय में विवाद संख्या 1069/2017 विचाराधीन है। यह मामला न्यायालय के न्याय के आदेश के बाद भी कुछ कार्यवाही के लिए लंबित है