खागा फतेहपुर तहसील प्रशासन सहित नगर पंचायत प्रशासन ने नगर में अतिक्रमण हटाने की औपचारिकता मात्र करके अपने कर्तव्य की इतिश्री मान लिया जबकि दुकानें आज भी सड़कों तक फैली है और राहगीर मरीज को ले जाने वाला एम्बुलेंस जाम में फंसकर पसीना बहा रहे हैं वही अतिक्रमण को नियंत्रित करने के लिए चौराहों तिराहों तैनात यातायात पुलिस थाना पुलिस के जवान कुर्सियों में आराम फरमाते या फिर चाय पान की दुकानों में घूमते-फिरते देखने को मिलते हैं जबकि तत्कालीन जिलाधिकारी ने अतिक्रमण को नियंत्रित करने के लिए स्थाई निर्माण को भी तोड़कर सड़कों का चौड़ीकरण कराया था जिलाधिकारी के जनपद से तबादला होते ही अतिक्रमण एक बार फिर अपने जोरों पर है जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है सड़कों पर जाम की समस्या हमेशा बनी ही रहती है भयावाह स्थित तो तब देखने को मिलती है जब सभी विद्यालयों के छात्र-छात्राएं सड़कों पर निकल पड़ते हैं और एंबुलेंस सहित आम राहगीर सड़कों पर घंटों जाम में फंसे रहकर शासन प्रशासन की व्यवस्था को कोसते देखने को मिलते हैं अतिक्रमण के चलते नगर में कई बार भयानक दुर्घटनाएं हो चुकी है जिसमें लोगों की जाने तक जा चुकी है लेकिन प्रशासन शायद और बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है