बस्ती। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के जागरूक अभियान के तहत आज हर्रैया ब्लॉक के ग्राम बसदेवा कुँवर के डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को टीबी रोग के लक्षण, बचाव, उपचार की जानकारी देकर जागरूक किया गया।
वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि सक्रिय टीबी का रोगी दूसरे स्वस्थ्य व्यक्तियों को भी संक्रमित कर सकता है। सक्रिय टीबी रोगी को अपने मुँह पर मास्क या कपडा लगाकर बात करनी चाहिए और मुँह ढककर खाँसना और छींकना चाहिए। टीबी का बैक्टीरिया 90 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में फेंफड़ों को प्रभावित करता है। जिला पीपीएम कोऑर्डिनेटर मोहम्मद साउद ने कहा कि पंद्रह दिन से अधिक खांसी, सीने में दर्द, बलगम, वजन कम होना, बुखार आना और रात में पसीना आना, गिल्टी टीबी के लक्षण हो सकते है।
वरिष्ठ टीबी प्रयोगशाला पर्यवेक्षक संजय कुमार पाण्डेय ने कहा कि
आज के समय पर सामान्य टीबी का इलाज कोई चुनौती नहीं है। टीबी के रोगी को डॉक्टर के दिशा निर्देश अनुसार नियमित टीबी की दवाओं का सेवन करते रहना चाहिए।
इस अवसर पर नर्सिंग एडमिनिस्ट्रेटर संतोष कुमार पाण्डेय, डा अमित शर्मा, डॉक्टर्स फ़ॉर यू के अभिषेक सिंह, सचेत यादव सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।