पहली बार बीईओ अशोक कुमार के मिलीभगत से अवैध विद्यालयों को मनचाहा मिली छूट
बस्ती। विकासखण्ड सल्टौवा में बीईओ / खण्ड शिक्षा अधिकारी बिना मान्यता विद्यालयों / अवैध विद्यालयों पर मेहरबान है । 01 अप्रैल से नई वित्तीय वर्ष प्राराम्भ हुआ । अप्रैल , मई , जून और जुलाई माह बीतने के बाद भी बीईओं अशोक कुमार ने अभी तक बिना मान्यता प्राप्त / अवैध विद्यालयों की सूची जारी नही की है । 04 माह बीतने के बाद भी अवैध विद्यालयों / अवैध विद्यालयों पर की गई कार्रवाई को सार्वजनिक न करना बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का संकेतक है । बीईओ पहले ऐसे सल्टौवा बीईओं अशोक कुमार है जिन्होंने 04 माह बीतने के बाद भी अवैध संचालित एक भी विद्यालय पर कार्रवाई नही की है । बल्कि पूर्व बीईओं के कार्यकाल में सील अवैध विद्यालयों को भी बीईओं ने मनचाहा सुविधा शुल्क लेकर संचालित करवा दिया है । बीईओं का मुख्य उद्देश्य है कि प्रतिमाह अवैध विद्यालयों से वसूली करना है । बीईओं सोचते हैं कि सल्टौवा क्षेत्र में अवैध संचालित विद्यालयों को बन्द कराने से हमको कुछ नहीं मिलेगा यदि अवैध विद्यालय हमारे सहयोग से चलता रहा तो प्रतिमाह निर्धारित सुविधा शुल्क मिलता रहेगा इसीलिए सल्टौवा क्षेत्र में संचालित अवैध विद्यालयों पर कार्रवाई करने से बीईओ कन्नी काट रहे हे और न ही अवैध विद्यालयों को बन्द कराने में कोई रुचि ले रहे हैं ।
सूत्रों के मुताबिक सल्टौवा क्षेत्र में अवैध संचालित विद्यालयों को प्रतिमाह बीईओ को मनचाहा सुविधा शुल्क देना पड़ रहा है । बीईओं को मनचाहा शुल्क देने में अवैध विद्यालयों को कष्ट इसीलिए नही हो रहा है क्योंकि जिले के किसी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा अवैध विद्यालयों की जांच-पड़ताल नही की जाती है और धड़ल्ले से अवैध विद्यालय का संचालन जारी है । शिक्षा विभाग के लापरवाह / मनमानी अधिकारियों के चलते शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है । इस सम्बंध में बीईओं अशोक कुमार से फोन के माध्यम से मीडिया टीम ने जानकारी लेना चाहा तो बीईओं मीडिया के फोन को रिसीव नहीं किया ।