दीपक कुमार मिश्रा
दरियाबाद बाराबंकी
एक तरफ सरकार मां के नाम पर पेड़ लगाने के लिए लोगो से कह रही है। करोड़ो रूपये खर्च करके वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है ताकि देश और प्रदेश में हरियाली स्थापित रहे वहीं दरियाबाद थाना क्षेत्र में इन दिनों हरे प्रतिबंधित पेड़ो पर आरा चलाने में वनमाफिया कोई कसर नहीं छोड़ रहे। बेखौफ वनमाफियाओ ने इन दिनों हरियाली मिटाने का एक नया तरीका खोजा है। कुछ पेड़ो की परमिट बनवाकर धड़ल्ले से हरियाली मिटा रहे है। दरियाबाद थाना अंतर्गत बबुआपुर गांव में एक आम की बाग में पांच पेड़ की परमिट के आंड में 18 हरे भरे आम के पेड़ को काट दिया गया। हैरत की बात तो यह है जिन पांच पेड़ो को सूखा रोगग्रस्त दिखाकर वनविभाग द्वारा उनकी परमिट बनाई गई वो सभी वृक्ष फलदार और हरे भरे थे। उससे भी हैरान करने वाला मामला यह है कि पांच पेड़ की परमिट के आंड में बबुआपुर गांव में दो दिन से लगातार दिन दहाड़े आम के 18 हरे भरे आम के वृक्ष काटकर हरियाली मिटा दी गई। एक तरफ तो आम के पेड़ काटे जा रहे है वही दूसरे तरफ पिकअप से उनकी लकड़ियों को बेचने के लिए भेजा जा रहा है। जिम्मेदारों को इसकी भनक तक नहीं लगी। इन दिनों लगातार वनमाफियो का यह खेल जारी है। इतना ही नहीं सभी पेड़ो की जड़ो को भी जेसीबी से उखड़वाकर फिकवा दिया गया। सवाल यह है कि हरे भरे पेड़ो को वनविभाग द्वारा रोगग्रस्त और सूखा दिखाकर परमिट कैसे कर दिया जाता है और परमिट की आंड में हरियाली मिटाने का यह खेल कब तक चलेगा?