प्लांट संचालकों पर कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझ रहे जिम्मेदार, पानी का लैब टेस्ट कराए बिना ही कई प्लांट….. मिनरल वाटर के नाम पर लोगों को पिलाया जा रहा जहर – प्लांट संचालकों पर कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझ रहे जिम्मेदार खागा, फतेहपुर। मिनरल वाटर के नाम पर लोगों को जहर पिलाया जा रहा है। पानी का लैब टेस्ट कराए बिना ही कई प्लांट संचालित हो रहे हैं। अधिकांश के पास लाइसेंस भी नहीं है पानी में आयरन आर्सेनिक व अन्य आवश्यक तत्व संतुलित मात्रा में न होने से लोगों में थायराइड समेत कई बीमारियां फैल रही हैं। जल दोहन भी बड़े पैमाने पर हो रहा है। इससे भूगर्भ का स्तर लगातार घटता जा रहा है। जिम्मेदार अफसर प्लांट संचालकों पर कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं।
खागा कस्बा सहित कई स्थानों पर मिनरल वाटर की मांग बढ़ रही है। वजह आरओ प्लांट संचालक 20 लीटर पानी मात्र 20 से 30 रुपए में लोगों के घर तक पहुंचा रहे हैं। आलम, यह है कि सरकारी कार्यालय हो या फिर विद्यालय, छोटी बड़ी दुकानों पर आरो वाटर का डिब्बा रखा मिल जाएगा। कारण, बाजार में मिनरल वाटर के एक लीटर की बोतल 20 व 2 लीटर की बोतल 30 रुपए में मिलती है। ऐसे में 20 से 30 रुपए में शुद्ध पानी का फायदे का सौदा मानकर लोग इसे खरीद रहे हैं। एक दो को छोड़ दिया जाए तो दर्जनों प्लांट संचालकों में से किसी ने आयरन, आर्सेनिक व अन्य तत्वों की जांच नहीं कराई है।
इनसेट- फिल्टर से समाप्त हो जाते हैं मिनरल विशेषज्ञ चिकित्सक बताते हैं कि शुद्ध पानी की चाह में लोग तत्वहीन पानी का सेवन कर रहे हैं। इससे उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो रही है। फिल्टर पानी का नियमित सेवन करने वालों में थायराइड व पेट की गंभीर बीमारियां पनफ रही है। दांत और हड्डियां कमजोर हो रही हैं। यूरिक एसिड भी लोगों में बढ़ रहा है। मिनरल युक्त पानी के उद्देश्य से लोग काम की टीडीएस (100) वाले पानी का प्रयोग कर रहे हैं।
इनसेट- कई स्थानों में अवैध प्लांट संचालित बता दें कि खागा से लेकर हरदों तक ऐसे कई स्थानों पर आरओ प्लांट हैं जिनकी न तो कभी जांच हुई और न ही शुद्ध पानी दिया जा रहा है। कई ऐसे संचालक भी हैं अधिक बिक्री के चक्कर में खुद का प्लांट कई स्थानों पर संचालित कर रहे हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही करना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। इनसेट- हर दफ्तर पहुंचाया जाता आरओ का पानी खागा कस्बा में कोतवाली, तहसील, अस्पताल से लेकर निजी दुकानों पर जगह जगह पर आरओ का डिब्बा रखा मिल जायेगा। यह सब देखने के बाद भी जिम्मेदारों की आंखें नही खुल रही हैं