ऐरायां/फतेहपुर,12 जून
जनमानस की सुविधा के लिए डायलॉग 112 नंबर वहां की महत्वपूर्ण भूमिका होती है लेकिन इस समय सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के अंतर्गत 112 नंबर वाहन पुलिस अनेक शिकायतें सामने आ रही हैं।लोगों का कहना है कि गुनहगारों को थाने ले जाने से पहले ही पैसा लेकर छोड़ दिया जाता है।
ताज़ा मामला थाना क्षेत्र के बहेरा सादात का है जहां गांव की शिया मस्जिद के मामले में ग्राम वासियों द्वारा मस्जिद की दीवार पर लगे पुराने दरवाजे के स्थान पर एक बड़ा गेट लगवाने का कार्य शुरू किया था जिस पर एक व्यक्ति ने अधिकारियों को फ़ोन कर के झूठी सूचना देकर मस्जिद को अपनी संपत्ति बताते हुए निर्माण कार्य को रुकवा दिया।प्रशासन द्वारा समझाने पर ग्रामीणों ने तो कार्य रोक दिया लेकिन वहीं प्रथम शिकायतकर्ता जो इस गांव का निवासी भी नहीं है, उसने बहेरा सादात के इरशाद हुसैन से कहा कि तुम निर्माण कार्य करो।उसने विवादित स्थान पर कार्य करवाना प्रारंभ किया।
ग्रामीणों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई जिसपर पुलिस ने कार्य रुकवा दिया लेकिन कुछ ही घंटों बाद पुनः उक्त व्यक्ति ने कार्य शुरू कर दिया। डायल 112 को सूचना दी गई आपातकालीन मौके पर पहुंची यूपी 32 डी जी 5607 पुलिस ने विपक्षी दंबग को अपनी गाड़ी में बिठाने के बाद पीड़ित को कहा थाने पहुंचो। पीड़ित तो थाने में बैठा रहा लेकिन आपात कालीन पुलिस ने रास्ते में बड़ा खेला क़र दिया।विपक्षी को रास्ते में उतार दिया लेकिन पीड़ित थाने में बैठा घंटो इंतजार करता रहा।वहीं जब पूरा मामला थानाध्यक्ष को बताया गया तो उन्होंने भी कहा कि मौके पर डायल 112 पुलिस उसे पकड़ कर लाई होगी। थाने में पता करने पर पता चला कि उसको यहां नहीं लाया गया।
पूरे प्रकरण से ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी खागा को अवगत करा दिया गया है।पुलिस का कोई पहली बार का खेला नहीं है।बीते लोकसभा चुनाव के दौरान भी ऐरायां मशायख में भी एक कुएं को नष्ट करने के मामले में भी डायल 112 ने तीन बार फोन करने के बाद एक बार पहुंची।दो बार उच्च अधिकारियों को गलत जानकारी दी गई।