केंद्र पर हमेशा लटकता रहता है ताला
सुपरवाइजर बोली जांच के बाद होगी कार्रवाई
संवाददाता महेश कुमार असोथर फतेहपुर
फतेहपुर असोथर ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम सभा घाटमपुर में आंगनबाड़ी केंद्र नहीं खुलता है। जहां आंगनबाड़ी केंद्र से कई योजनाएं जो केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं। लेकिन सभी योजनाओं को आंगनबाड़ी में काम करने वाली कर्मचारी द्वारा धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। जब की आंगनबाड़ी केंद्र से गर्भवती महिलाओं एवं छोटे बच्चों को शिक्षा, पौष्टिक आहार दाल, घी देकर उनको स्वस्थ एवं रोग मुक्त रखने का नियम है।
आंगनबाड़ी केंद्र पर लटका रहा ताला
गांव के ही दीपू, अंकित, महेश ने बताया कि यहां रोग मुक्त तो दूर आंगनबाड़ी केंद्र का ताला ही नहीं खुलता है। इस आंगनबाड़ी केंद्र पर अधिकांश ताला ही लगा रहता है। जो प्रधानमंत्री के सपनों को धरातल लाने की उम्मीदों को चकनाचूर करने में आंगनबाड़ी केंद्र में काम करने वाली कर्मचारी एकदम जिम्मेदारियां ताक पर रखकर काम कर रही हैं। आंगनबाड़ी केंद्र पर छोटे बच्चों को पढ़ाई के गुण सिखाए जाते हैं, जो शिक्षा की पहली सीढ़ी होती है। जब पहली सीढ़ी न मिले तो सोच लीजिए कि भविष्य किस पटरी पर जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र पर एक हेड एवं एक सहायिका एवं सेक्टर अनुसार एक सुपरवाइजर की नियुक्ति की गई है। इस आंगनबाड़ी केंद्र में आंगनबाड़ी कार्यकत्री की एक वर्ष पूर्व लगभग मौत हो गई थी। जिसके बाद सहायिका उर्मिला देवी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जो काम तो दूर वह गैर जिम्मेदार के तरह काम कर रहीं हैं।
कई लाख खर्च कर सरकार बनवाती है आंगनबाड़ी केंद्र
सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के पढ़ाई के लिए बहुत सी सामग्री उपलब्ध करती है, लेकिन सामाग्री का प्रयोग नहीं हो पाता है। वहीं आंगनबाड़ी केंद्र कई लाख रूपये लगाकर बनाए गए हैं। लेकिन यह आंगनबाड़ी केंद्र भी मुहूर्त का इंतजार कर रहा है। अब देखना यह होगा कि इसका मुहूर्त कब आता है।
बोले जिम्मेदार
सीडीपीओ शिखा चौधरी को दूरभाष जरिए संपर्क किया गया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ।
जिस पर सुपरवाइजर सिया दुलारी से दूरभाष जरिए बात की गई तो कहा कि उन्हें आंगनबाड़ी केंद्र के बंद होने की जानकारी नहीं है। मामले की जांच कर दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।