फतेहपुर/उप्र

फतेहपुर जनपद । बिंदकी,जहानाबाद, बकेवर, अमौली, और खजुहा कस्बों के ज़्यादातर निजी विद्यालयों में एक चिंता का विषय है जिसने अभिवावकों को आर्थिक संकट में डाल दिया है। अभिवावक अनिल कुमार,शैलेन्द्र कुमार, अरविंद कुमार,तेजस्वी बतांते है विद्यालयों में किताबों के वितरण में दुकानदारों के साथ मिलीभगत के चलते किताबों की कीमतें अधिक मूल्यों पर बेंची जा रही हैं। मिलीभगत के आरोप एक चिन्तनीय विषय बना हुआ है।
यह स्थिति अभिवावकों को आर्थिक दुखद स्थिति में डाल रही है, जिसमें उन्हें अपने बच्चों के शिक्षा को संभालने के लिए अत्यधिक धन का बोझ उठाना पड़ रहा है। इससे उन्हें गहन आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है, जो उनके परिवारों के वाणिज्यिक और व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित कर रहा है।

इस मामले में सरकारी अधिकारीयों को गंभीरता से इस मामले की जांच करने और सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। विशेष रूप से इससे प्रभावित होने वाले अभिवावकों की सुनवाई की जानी चाहिए ताकि उन्हें न्याय मिल सके और वे अपने बच्चों की शिक्षा के लिए सही सामग्री को उपलब्ध करा सकें।

आखिरकार, शिक्षा एक मौलिक अधिकार है और ऐसी प्रथाओं से उसके पहुंच को मुहैया करने में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए।
@jantakaadhikar

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