खागा फतेहपुर
फतेहपुर जनपद के विजयीपुर शिक्षा क्षेत्र कंपोजिट विद्यालय भोगलपुर प्रधान और प्रधानाचार्या के बीच जनवरी माह से प्रधान घनश्याम पाल टक्करी ने एमडीएम चेक पर सिंगनेचर नहीं हुए। प्रधानाचार्या अलका रानी अपने वेतन से नौ महीने से लगातार बच्चों को दोपहर का भोजन दे रही है। लेकिन फिर भी विवाद चला आ रहा है। जिसमें कि मिली जानकारी के अनुसार बिल्डिंग निर्माण कार्य करवाना था। जो प्रधानाचार्या द्वारा होना था। ग्राम प्रधान का कहना था कि हमारे नाम चेक काट दीजिए तो बिल्डिंग निर्माण हम करवा दें। लेकिन प्रधानाचार्या अलका रानी ने कहा कि अगर बिल्डिंग में कोई गड़बड़ी होती है तो उसकी भरपाई तो हमें करना पड़ेगा इसलिए बिल्डिंग हम मैं खुद बनवाऊंगी। बस इतने से विवाद चालू हुआ। जिसकी जांच करने ऐरायां ब्लाक के बी ओ श्रवण कुमार पाल जी अठारह अगस्त को किया जिसका निर्णय अभी तक नहीं आया और प्रधानाचार्या अलका रानी भोजन अपने पास से बनवा रही हैं।और विद्यालय के बच्चों से काम कराने का आरोप लगाते गया जो निराधार रहा है।
आप लोगों को बताते चलें कि अठारह अगस्त दो हजार तेईस को ऐरायां बी ओ श्रवण पाल को जांच मिली तभी मीडिया टीम भी मौके पर पहुंच गई। और बी ओ श्रवण कुमार पाल जी ने जाते ही रसोई पहुंचे जहां मीनू के मुताबिक तहरी बनी हुई पाई गई जिसे बच्चे बहुत सुंदर बताया। बच्चे और अभिभावकों ने यहां तक कहा कि दूध और फल भी बच्चों को मिलता है कोई दिक्कत नहीं है। कुछ बच्चों ने कहा कि दूध पतला रहता है। और रही बात बच्चों से काम कराने की तो जिस बच्चे को सिखा कर बयान के लिए तैयार किया गया उसी बच्चे ने बताया कि ढाई तीन साल पुराना वीडियो है। और मैं विद्यालय छोड़ चुका हूं।बांकी बी ओ श्रवण कुमार पाल जी सभी अध्यापकों के अलग-अलग बयान भी ले लिया था। और गांव घूमने के बाद पता चला कि विवादों में क्यों घिरा है भोगलपुर कंपोजिट विद्यालय।
आईए सुनें क्या कहा ग्राम प्रधान घनश्याम पाल टक्करी, प्रधानाचार्या अलका रानी, अभिभावक और बच्चों ने।
राष्ट्रीय हिंदी संविधान रक्षक समाचार पत्र
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9695533288, 9935277028
संवाददाता – सुशील कुमार गौतम
क्या नही मिलेगा मैडम को न्याय
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फतेहपुर जनपद के विजयीपुर शिक्षा क्षेत्र कंपोजिट विद्यालय भोगलपुर प्रधान और प्रधानाचार्या के बीच जनवरी माह से प्रधान घनश्याम पाल टक्करी ने एमडीएम चेक पर सिंगनेचर नहीं हुए। प्रधानाचार्या अलका रानी अपने वेतन से नौ महीने से लगातार बच्चों को दोपहर का भोजन दे रही है। लेकिन फिर भी विवाद चला आ रहा है। जिसमें कि मिली जानकारी के अनुसार बिल्डिंग निर्माण कार्य करवाना था। जो प्रधानाचार्या द्वारा होना था। ग्राम प्रधान का कहना था कि हमारे नाम चेक काट दीजिए तो बिल्डिंग निर्माण हम करवा दें। लेकिन प्रधानाचार्या अलका रानी ने कहा कि अगर बिल्डिंग में कोई गड़बड़ी होती है तो उसकी भरपाई तो हमें करना पड़ेगा इसलिए बिल्डिंग हम मैं खुद बनवाऊंगी। बस इतने से विवाद चालू हुआ। जिसकी जांच करने ऐरायां ब्लाक के बी ओ श्रवण कुमार पाल जी अठारह अगस्त को किया जिसका निर्णय अभी तक नहीं आया और प्रधानाचार्या अलका रानी भोजन अपने पास से बनवा रही हैं।और विद्यालय के बच्चों से काम कराने का आरोप लगाते गया जो निराधार रहा है।
आप लोगों को बताते चलें कि अठारह अगस्त दो हजार तेईस को ऐरायां बी ओ श्रवण पाल को जांच मिली तभी मीडिया टीम भी मौके पर पहुंच गई। और बी ओ श्रवण कुमार पाल जी ने जाते ही रसोई पहुंचे जहां मीनू के मुताबिक तहरी बनी हुई पाई गई जिसे बच्चे बहुत सुंदर बताया। बच्चे और अभिभावकों ने यहां तक कहा कि दूध और फल भी बच्चों को मिलता है कोई दिक्कत नहीं है। कुछ बच्चों ने कहा कि दूध पतला रहता है। और रही बात बच्चों से काम कराने की तो जिस बच्चे को सिखा कर बयान के लिए तैयार किया गया उसी बच्चे ने बताया कि ढाई तीन साल पुराना वीडियो है। और मैं विद्यालय छोड़ चुका हूं।बांकी बी ओ श्रवण कुमार पाल जी सभी अध्यापकों के अलग-अलग बयान भी ले लिया था। और गांव घूमने के बाद पता चला कि विवादों में क्यों घिरा है भोगलपुर कंपोजिट विद्यालय।
आईए सुनें क्या कहा ग्राम प्रधान घनश्याम पाल टक्करी, प्रधानाचार्या अलका रानी, अभिभावक और बच्चों ने।
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