फ़तेहपुर प्रेस वेलफेयर एसोसिएशन ने पत्रकारिता दिवस के अवसर पर सभी पदाधिकारियों ने मिलकर एक संगोष्ठी आयोजित की। जिसमे जिले के पत्रकारों व पत्रकारिता विषय पर चर्चा की गयी।
जिलाध्यक्ष विवेक मिश्रा ने आज की पत्रकारिता पर गंभीरता व्यक्त की वही सभी पदाधिकारियों ने अपनी सहमिति व्यक्त की
पत्रकारिता व जन-संचार के एक शिक्षक के रुप मे अपने कार्यकाल के अनुभव को लेकर वरिष्ठ पत्रकार व “हिंदुस्तान अखबार” के ब्यूरो दिलीप सिंह ने आज की पत्रकारिता पर चर्चा करते हुए कहा। कि एक ओर इस क्षेत्र में शैक्षणिक संस्थाओं और विद्यार्थियों की संख्या में तेज गति से वृद्धि होती जा रही। वही दूसरी ओर पत्रकारों की अपनी संवेदनाओं में नियंत्रण की कमी खलती नज़र आ रही। जो कि कहीँ न कहीं इसके स्तर पर घातक साबित हो रही वहीं जिलाध्यक्ष विवेक मिश्रा ने कहा कि पत्रकारिता किसी ज़माने में भले ही मिशन रही हो किंतु आज पूर्ण रूप से व्यवसाय और उद्योग का लबादा धारण कर चुकी है। जो इस जगत में गम्भीर रूप धारण कर कही न कहीं ग्रामीण और आंचलिक पत्रकारिता पर आघात का काम कर रही। जो कि एक सोचनीय विषय बनता जा रहा पत्रकारिता के आवश्यक मापदंडों को निभाने के साथ साथ परस्परिक कठोर प्रतिस्पर्धा के चलते प्रशासन को भी चाहिए कि पत्रकारों पर घटित छोटी छोटी सूचनाओं पर गम्भीरता स्प्ष्ट करें । ताकि समाचार पत्रों पर छापी जा रही सूचनाएं निष्पक्ष व पारदर्शी छापी जा सकें जो कि पत्रकारिता जगत के लिए संजीवनी का काम करेगा। जिसके चलते पत्रकारिता जगत पर दाग़ लगने से सुरक्षित बनाया जा सकेगा
प्रेस वेलफेयर एसोसिएशन की इस गोष्ठी में शामिल सभी पत्रकारों ने अपनी अपनी सहमिति दर्ज करायी और इस गंभीर विषय पर गंभीरता व्यक्त की गई