फतेहपुर सवाल पूछने वाले राहुल गांधी की आवाज को संसद में चुप कराने के इरादे से उनकी सदन से सदस्यता को अयोग्य करार देना एक अयोग्य लोकतंत्र यानी डिस्क्वालीफाइड डेमोक्रेसी का उदाहरण है। लोकतंत्र का गला घोंटना और विपक्ष को डराना धमकाना ये सब देश के लिए नुकसानदायक है।
जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में यह बात पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अखिलेश पांडेय ने कही। उन्होंने कहा कि जनवरी में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी का शेयर तेजी से गिरा।
उन्होंने कहा कि अडानी के खाते में 20 हजार करोड़ रुपए कैसे आए इन सवालों के जवाब न तो भारतीय जनता पार्टी के नेता दे रहे हैं और ना ही प्रधानमंत्री जी कुछ बोल रहे हैं बल्कि कहा यह जा रहा है कि अडानी पर हमला भारत पर हमला है। और इस मुद्दे को लगातार दूसरी दिशा में ले जाने की कोशिश भाजपा द्वारा की जा रही है।
जिलाध्यक्ष ने प्रश्न के उत्तर में कहा कि राहुल गांधी खुद देश के किसानों, मजदूरों, गरीबों, नौजवानों एवं महिलाओं की आवाज बन चुके हैं। उन्होंने लगभग 5 महीने की भारत जोड़ो यात्रा कर मंहगाई बेरोजगारी और समाज में जो खाई है उसे पाटने के लिए यात्रा की है। सवाल इस बात का है कि प्रधानमंत्री का अडानी से क्या संबंध है ? अडानी की शेल कंपनियों में पैसे किसने लगाए और एल आई सी तथा एस बी आई मे लगे आम आदमी के पैसे पर नुकसान हो रहा है उसी जांच क्यों नहीं कराई जा रही है।
जिलाध्यक्ष के साथ प्रेस विज्ञप्ति में सुधाकर अवस्थी, शिवाकांत तिवारी, मोहसिन खान,संतोष कुमारी शुक्ला, वीरेंद्र सिंह चौहान, पंकज गौतम, वीरेंद्र गुप्ता,आकाश निषाद आदि रहे

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here