केंद्र प्रभारी की लापरवाही के चलते संगिनी चयन की नोटिस तारीख निकलने के बाद केंद्र में की गई चस्पा–आशाबहू

स्वास्थ्य कर्मी ने कई आशाओं के चयन का ले रखा है ठेका इसलिए केंद्र में नोटिस तारीख निकलने के बाद की गई चस्पा

फतेहपुर जनपद के तेलियानी ब्लॉक के अंतर्गत कोराई गांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. अतुल कुमार श्रीवास्तव व एक स्वास्थ्य कर्मी की कारगुजारियों से आजिज आकर आशाओं ने तेलियानी प्रभारी पर किये जा रहे भ्रष्टाचार पर आरोप लगायें है। आशाओं ने बताया कि यह मामला काफी दिनों से चल रहा है। आशाओ के संगनी चयन को लेकर अधिसूचना देर से लगाने का आरोप प्रभारी पर लगाया गया है।आशाओं ने बताया चयन का कार्य कोई भी बिना बैठक के गुपचुप तरीकें से बीते 10तारीख को कर लिया गया गया था और जब जानकारी हुई तो हम लोगों(आशाओं)ने गुपचुप तरीके से संगिनी चयन का विरोध किया तो बैक डेट मे 20तारीख को लेटर (नोटिस)चस्पा कर दी गई।ताकि प्रभारी और भ्रष्टाचार किये कार्य पर आरोप सही साबित न हो सके।और इस भ्रष्टाचार के आरोपों से बचें रहे।इतना ही नही आरोपों मे आशाओं ने बताया कि 10℅धन की हम लोगों से माँग करते है और लिया भी है जो आशा से महीनें मे नही पातें पैसे तो उसको एक डायरी पर नोट कर लेतें है तभी हम लोगों के बिल और बाउचर बनाये जातें है बात यही नही रूकी जननी सुरक्षा योजना मे प्रसव कक्ष पर किये जा रहे भ्रष्टाचार कि पोल भी आशाओं ने खोल कर रख दी है।बोले प्रसव कक्ष में पैसे लिये जाते है आशाओं ने बताया कि यह सब प्रभारी डाँ०अतुल श्रीवास्तव के इशारे पर खेल खेला जा रहा है।यदि एक एक प्रसव पर आई महिलाओं की बीएसटी की जाँच हो जाये तो पूरी भ्रष्टाचार की कलई की पोल खुल कर सामनें आ जायेगीं।ईस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुकें है आपको बता दे कि जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने मे भी ब्यापक तरीके से भ्रष्टाचार के पूर्व मे आरोप लग चुके है। सूत्रों के मुताबिक आशाओं के चयन का भ्रष्टाचार का भण्डा तब फूटा जब कई आशाओं के चयन का जिम्मा एक स्वास्थ्य कर्मी ने ले रखा था।
तेलियानी ब्लाक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हमेशा से अपनी सुर्खियों मे रहा है।चाहे वह असली नकली ब्लाक प्रमुख का रहा हो चाहें वह भ्रष्टाचार के आरोपों से सुर्खियों मे रहा हो।चाहे स्वर्ग सिधार चुके ब्यक्ति को कोविड बैक्सीन लगाने का मामला रहा हो और अब आशाओं के संगिनी के चयन के आरोपों मे सुर्खियां बटोर रहा है।यहाँ के प्रभारी डाँ अतुल श्रीवास्तव का यहाँ से मोह नहीं भंग हो पा रहा है।आशाओं ने बताया की जब शेर के मुह मे खून लग जाता है तो वह शिकार करना कहाँ छोडेगा,भ्रष्टाचार का खून डाक्कर अतुल श्रीवास्तव के मुह मे लग गया है और जमकर इन्ही के इशारे पर प्रति महीने अवैध तरीकें से वसूली होती है।इस प्रकार के आरोप आशा बहुओं ने लगायें है।तारीख निकालनें के बाद आखिर क्यो अधिसूचना को अस्पताल परिसर की दीवार मे चस्पा किया गया है।जिसमें खुली बैठक न होने से कई आशाएं फार्म भरने से वंचित रह गई है।आशाओं का कहना है।जिन लोगों का चयन इस पद के लिए किया गया है।उन्होंने कलस्टर ट्रेनिंग ही नही की ।वह इस पद के आयोग्य है।इसके वावजूद भी प्रभारी और एक आशाओं की नेता रानी पटेल पर आरोप लगायें गयें है।आशाओं ने आरोप लगाया कि रानी पटेल बोलती है कि मै जो चाहूगी वही होगा।आशाओ ने आरोपों का ठीकरा सीधे तौर पर प्रभारी डाँ अतुल श्रीवास्तव के ऊपर पैसे लेकर कुछ आशाओं का चयन संगिनी के लिए कर दिया है जो सरकारी नियमावली सेवा नियमावली का खुला उलाघ्घन किया गया गया है।आशाओं ने प्रभारी के खिलाफ जिलाधिकारी स्तर पर भी करने की बात की है।आशाओं ने बताया कि इस प्रकार के भ्रष्टाचार कर यदि जनपद स्तर पर न्याय नही मिलेगा तो हम माननीय मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत कर दर्ज करायेगे।इसके बाद भी नही न्याय मिलेगा तो माननीय स्वास्थ्य मंत्री और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य तक भी भ्रष्टाचार की पोल खोलनें का काम करेगें।

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