खागा/ फतेहपुर जनपद की शासन प्रशासन की लापरवाही व जिम्मेदारों की मनमानी से मूर्ति प्रतिमा विसर्जन को एक पखवारे से अधिक समय बीत जाने के बाद आज भी मुर्तिया कोष रहीं अपनी काया को जो कि जिम्मेदारों के जिम्मेदारी की मनमानी को उजागर कर रही है,/
जहां पर फतेहपुर जनपद की प्रशासन लाख अपनी प्रशंसा के लिए प्रयास करें लेकिन जिम्मेदार नाकामी कहीं ना कहीं छोड़ देते हैं ऐसा ही एक मामला खागा तहसील अंतर्गत नौबस्ता गंगा घाट पर जिम्मेदारी की नाकामी को उजागर कर रहा है जहां पर उत्तर प्रदेश सरकार गंगा स्वच्छ अभियान के तहत मूर्ति विसर्जन के लिए पूरे उत्तर प्रदेश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ करोड़ों की लागत खर्च कर जगह जगह मूर्ति प्रतिमा विसर्जन के लिए गड्ढे खुदवा कर उनका अंतिम विसर्जन कराया वही पर नव दिन के नवरात्रि के बाद दिनांक 5:10 2022 को नौबस्ता गंगा घाट पर 3 सैकड़ा से अधिक क्षेत्र सेआई हुई मूर्ति प्रतिमा विसर्जित की गई जो कि जनपद की क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की उपस्थिति में संपन्न हुआ जहां पर, ए डी एम विनय पाठक, एडिशनल एसपी अनिरूद्ध कुमार, खागा एस डी एम मनीष कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी संजय सिंह, तहसील दार ईवेद्र कुमार, आदि जिम्मेदार अधिकारीयों ने निरन्तर मूर्ति विसर्जन स्थल का मौखिक जायजा लेते हुए सकुशल संपन्न करवाया लेकिन वहीं पर खागा कस्बे की नौबस्ता गंगा घाट जैसी मूर्ति विसर्जन स्थल का किसी जिम्मेदाराना ने हाल तक नहीं जाना जहां पर एक पखवारे से अधिक समय बीत जाने के बाद भीअब तक मूर्ति प्रतिमा अपनी काया को कोस रही हैं,।