- पत्रकार पर लगातार भ्रष्टाचार की खबर न प्रकाशित करने का भाजपा नेता द्वारा बनाया जा रहा दबाव
- स्वतंत्र पत्रकारिता में बाधक बनते जा रहे अपराधी प्रवृत्ति के नेता
- भाजपा सरकार में स्वतंत्र पत्रकारिता करना बन रहा जान को खतरा
गौर, बस्ती। उत्तर प्रदेश में हो रहे भ्रष्टाचार को पत्रकारों के द्वारा खबरें प्रकाशित किए जाने को लेकर प्रदेश में कहीं न कहीं किसी पत्रकार को गोली मार दी जा रही है या तो कहीं न कहीं किसी पत्रकार के ऊपर जानलेवा हमले किया जा रहे हैं भ्रष्टाचार की खबरें प्रकाशित न हो तो पत्रकारों को भी अब फोन पर धमकियां दी जा रही है ।
ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले गौर विकासखंड से जुड़ा है जहां हिंदी दैनिक आज का आतंक समाचार पत्र के संवाददाता विनोद कुमार जायसवाल को भारतीय जनता पार्टी के नेता विशाल सिंह पुत्र विजय सिंह गांव कटास थाना गौर के द्वारा फोन के माध्यम से गौर ब्लाक के ग्राम पंचायत मुड़सरा में हो रहे भ्रष्टाचार को खबर न प्रकाशित करने को लेकर पहले तो दबाव बनाया जा रहा है पत्रकार के द्वारा भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित करने से न मानने पर पत्रकार को धमकी दी जा रही है फोन पर कहा जा रहा है कि आप इस खबर पर अगर आप अपनी प्रतिष्ठा लगाएंगे अच्छा नहीं होगा । अगर मैं प्रतिष्ठा लगा दूंगा तो आपको बहुत महंगा पड़ जाएगा । बात करें विशाल सिंह की तो विशाल सिंह के ऊपर गौर थाने में कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं और वह गौर थाने का एक छोड़ा हुआ अपराधी है । अब बड़ा सवाल यह है कि पत्रकारों पर अगर ऐसे ही भ्रष्टाचार को उजागर और खबर प्रकाशित करने के लिए रोका जाएगा तो सरकार की जो जीरो टॉलरेंस नीति है वह कैसे सफल होगी वही जिस तरीके से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त अपराध मुक्त का दावा करती है तो गौर ब्लाक में बीजेपी के कार्यकर्ताओं द्वारा एक पत्रकार को धमकी दिया जाना कैसे सरकार का जो दवा है वह सही है । अब देखना है कि पीड़ित पत्रकार को धमकी देने वाले अपराधी भाजपा नेता के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है ।