प्राथमिक विद्यालय के उपस्थिति रजिस्टर में आखिरकार 19 दिसंबर व 20 दिसंबर की क्यों नहीं दर्ज हुई उपस्थिति या अनुपस्थिति
मीडिया की कवरेज के दौरान 21 दिसंबर को भी अपने निजी विद्यालय में ही मौजूद थे सहायक अध्यापक
मानव संपदा(HRMS) ऐप में भी नहीं दर्ज है किसी प्रकार का कोई अवकाश
मीडिया कवरेज की भनक लगते ही निजी विद्यालय से निकलकर प्राथमिक विद्यालय घघौरा पहुंचे सहायक अध्यापक और हड़बड़ी में 19 दिसंबर व 20 दिसंबर की उपस्थिति रजिस्टर में लगा दी अपनी हाजिरी– सूत्र
विद्यालय में मीडिया की टीम पहुंचने पर कवरेज की भनक लगते ही एक क्षेत्रीय मीडिया कर्मी से मैनेजमेंट की बात करने लगे सहायक अध्यापक व खबर न प्रकाशित करने बनाया दबाव
असोथर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय घघौरा की सत्यता का जल्द ही प्रसारित होगा वीडियो
फतेहपुर। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जहां उत्तर प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान के तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का नारा देकर बच्चों को शिक्षित करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है तथा एक–एक प्राइमरी तथा माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य समेत कई सहायक अध्यापक लगाकर बच्चों को शिक्षित करने का हर संभव प्रयास कर रही है। परंतु कई विद्यालयों में अध्यापक तो कहीं प्रधानाध्यापक अपनी लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। वहीं मामला फतेहपुर जनपद के असोथर विकास खंड के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय घघौरा में कहने को तो प्रधानाध्यापक समेत दो सहायक अध्यापक तथा दो शिक्षामित्र की तैनाती है। जिसमें प्रधानाध्यापक के पद पर नरेंद्र सिंह, सहायक अध्यापक के पद पर पंकज सिंह व सहायक अध्यापक के पद पर अक्षय प्रताप सिंह तथा शिक्षामित्र के पद पर बबिता देवी व लवकुश कुमार की तैनाती है। प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र बबिता देवी द्वारा बताया गया कि विद्यालय में कुल 74 बच्चे पढ़ते हैं। अभी बीते दिन दिनांक 21 दिसंबर 2024 को ग्रामीणों की सूचना पर कवरेज करने गई मीडिया की टीम द्वारा यह स्पष्ट हुआ कि प्रातः 10 बजे तक विद्यालय में बच्चों के साथ मात्र एक बबिता देवी शिक्षामित्र अध्यापिका मौजूद रही। उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापक छुट्टी पर हैं तथा अन्य स्टॉफ अभी आया नहीं है वहीं उन्होंने यह भी बताया कि पंकज सिंह सहायक अध्यापक पिछले दो दिनों से विद्यालय नहीं आए है। वहीं विद्यालय के उपस्थिति रजिस्टर में दिनांक 19 दिसंबर व 20 दिसंबर के उपस्थिति रजिस्टर पर पंकज सिंह सहायक अध्यापक की ना तो उपस्थिति दर्ज है और न ही अनुपस्थिति दर्ज है। वहीं जानकारी के मुताबिक यदि कोई अध्यापक या शिक्षामित्र को अवकाश लेना होता है तो वह मानव संपदा ऐप (HRMS) में सुबह ही अवकाश लेने का नियम सूबे के मुखिया द्वारा बनाया गया है। अब सवाल यह उठता है कि पिछले दो दिन का सहायक अध्यापक पंकज सिंह के विद्यालय के उपस्थिति रजिस्टर में ना तो हाजिरी लगी और ना ही अनुपस्थिति लगने का क्या कारण हो सकता है। वहीं सूत्र तो यह बताते हैं कि सहायक अध्यापक पंकज सिंह महीने में दो चार बार ही विद्यालय आते हैं और उपस्थिति रजिस्टर में अपनी बाकी के दिनों की उपस्थिति दर्ज कर चले जाते हैं। वहीं विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंकज सिंह के अपने जनपद में तीन विद्यालय स्वतः के चल रहे हैं। जिनमें जे० पी० एम० पी० सनातन धर्म पीजी से लेकर कक्षा 5 तक अंग्रेजी माध्यम विद्यालय FCI बांदा सागर रोड में संचालित है एवं स्व. जगन्नाथ पटेल इंटर कॉलेज समदाबाद में संचालित हो रहा है तथा स्व. जगन्नाथ पटेल मेवालाल पटेल पीजी महिला महाविद्यालय रसूलपुर में संचालित है जिन विद्यालयों में स्वयं प्राथमिक विद्यालय घघौरा में तैनात सहायक अध्यापक पंकज सिंह अपने निजी विद्यालयों में देखे जाते हैं। दिनांक 21 दिसंबर को समय 10 बजे जिस समय मीडिया की टीम कवरेज करने पहुंची थी, उस समय भी वह अपने निजी विद्यालय में मौजूद थे अब क्या ऐसे सहायक अध्यापक के ऊपर जनपद के जिलाधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी सहायक अध्यापक को निलंबित करने की कार्रवाई करेंगे या फिर लापरवाह सहायक अध्यापक की कार्यशैली इसी तरह चलती रहेगी। यही कारण है कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का सर्व शिक्षा अभियान के तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का अभियान सार्थक नहीं हो पा रहा है।