फतेहपुर जनपद के खागा नगर में समरसता यज्ञ एवं गोष्ठी का कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमें सैंकड़ों वरिष्ठ भाई बहन शामिल हुए कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में फैली हुई कुरीतियों को जैसे ऊंच नीच अगड़ा पिछड़ा वरिष्ठ कनिष्ठ छुआ छूत जैसी बीमारी को खत्म करना है क्योंकि यह सब वेदों और ग्रंथों में भी नहीं मिलता प्रभु श्री राम ने निषाद को गले लगाया, सबरी माता के जूठे बेर खाए, जटायु पक्षी को अश्रु पुरित श्रद्धांजलि दी, बनवासी और गिरवासियों के साथ 14 वर्ष बनवास किया इसी तरह भगवान कृष्ण ने भी सभी के साथ रास लीला कर माखन चुराया हर घर में माखन पहुंचाया तो फिर कलयुग में कैसा भेद भाव यह तो गुलामी की देन है विदेशी आक्रांत आए फूट डाला और भारत की एकता और अखंडता को खत्म किया जो राजा लड़े उन्हें छल से हराया कुछ का धर्म परिवर्तन किया कुछ को गुलाम बनाया उन्हीं से घृणित काम मैला उठाने,पानी भरने, मरे पशुओं का ढोर उठाने के लिए मजबूर किया यह सब यातनाएं सहने के बाद भी अपने बहन बेटियों की इज्जत बचाने के लिए दरवाजे सुवर भी पले आज देश आजाद हो गया है फिर भी अभी भी गुलामी की निशानी मौजूद है जिसे विश्व हिन्दू परिषद सामाजिक समरसता अभियान के तहत सभी दलित शोषित वंचित परिवार अनुसूचित जाति जनजाति के बीच ऐसे कार्यक्रम संपन्न करके समरस भाव पैदा करता है सभी के लिए श्मशान एक पूजा स्थल एक पानी पीने के लिए कुवां भी एक हो जैन बौद्ध सिख आर्यसमाजी सब सनातन धर्म के ही हिस्से हैं सभी को साथ रहना होगा। सामाजिक समरसता से राष्ट्र रक्षा विहिप
भवदीय
शिवस्वरूप विश्वकर्मा
प्रांत समरसता प्रमुख
विश्व हिंदू परिषद कानपुर प्रांत

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