क्या सत्ता प्राप्ति के लिए कुछ भी कहेंगे और करेंगे, उक्त प्रश्न भाजपा जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह द्वारा उठाए गए, उन्होंने कहा कि राज्यसभा के अन्दर देश के गृहमंत्री आदरणीय अमित शाह जी द्वारा दिए गए भाषण में से सिर्फ ग्यारह सेकेंड के भाषण को रीलीज करके भ्रम फैलाने की जो असफल कोशिश कांग्रेसी नेताओं द्वारा की गई है भाजपा व आमजनों द्वारा देश भर में निंदा व भर्त्सना की जा रही है, हम जानना चाहते हैं कि आपके पूर्वजों द्वारा आन्तरिक सरकार में शामिल बाबा साहेब के द्वारा धारा 370के विरोध के साथ ही आरक्षण विषयों पर जो मनमानी की जा रही थी उसके विरोध में आवाज उठाई गई, और जब उनकी देश हितकारी विषयों पर ध्यान नहीं दिया गया तब बाबासाहेब द्वारा अपना इस्तीफा सौंपा गया,जिस पर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी द्वारा यह कहते हुए सहर्ष इस्तीफा स्वीकार किया गया कि डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा का कोई असर हम पर नहीं पड़ेगा, इतना ही नहीं, देश के प्रथम व द्वितीय चुनाव में बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के चुनाव क्षेत्र में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी द्वारा डटकर विरोध किया गया जिसके चलते कभी लोकसभा नहीं पहुंच सके, बाबासाहेब के चुनाव में पराजित होने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री जी द्वारा एक पत्र जारी कर हर्ष व्यक्त किया गया था,अगर बाबासाहेब जैसे विद्वानजनों को तब सदन में जाने से जानबूझकर न रोका गया होता, तो आज देश पूर्ण विकसित राष्ट्र होता।आज भ्रम के साथ घड़ियाली आंसू बहाने वाले कांग्रेस के राहुल गांधी जी व प्रियंका गांधी जी को इतिहास के पन्नों को पलटना चाहिए, और सोचना चाहिए कि आपके परिवार के दो लोगों द्वारा भारतरत्न कि उपाधि स्वयं प्राप्त की गई, तब बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के सम्मान की याद कांग्रेस को याद नहीं रही, गैर कांग्रेसी सरकार जिसमें भारतीय जनता पार्टी 1990 में शामिल थी बाबा साहेब को भारत रत्न की उपाधि प्रदान की गई, इतना ही नहीं लम्बे समय कांग्रेसी सरकार में लम्बित मंडल कमीशन को भी लागू करते हुए संम्विधान को शक्तिशाली बनाया गया, भाजपा सरकार द्वारा बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के जीवन से जुड़े हुए स्थानों को विकसित करते हुए पंचतीर्थ का स्वरूप प्रदान किया गया, वहीं देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्रित्व काल में डां भीमराव अम्बेडकर जी की विशालकाय प्रतिमा स्थापित की गई थी, लेकिन कांग्रेस के परिवारवादी पार्टी की पुरानी नियति रही है कि देश को कभी भी एकजुट न होने दो,भ्रम परोसो ताकि सत्तारूढ़ रहें ,आज जब देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश विकसित बनने के पथ पर तेजी से अग्रसर है तो कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षियों को तकलीफ़ हो रही है पर देश के आमजन इनके भ्रमों से अब भ्रमित होने वाले नहीं हैं ?? राहुल गांधी जी की हताशा-निराशा आज लोकसभा के मकरद्वार पर खुलकर झलकपडी जब उनके द्वारा भाजपा सांसदों के साथ जोरदार धक्का मुक्की की गई जिसमें प्रताप सारंगी व मुकेश राजपूत घायल हुए हैं और इनका उपचार में भर्ती कर आइसीयू में शिफ्ट किया गया, भाजपा परिवार ऐसी करतूतों की घोर निन्दा करता है संविधान में ऐसे कृत्य के लिए कोई स्थान नहीं है, देश सब कुछ देख व समझ रहा है जनता इनको माफ नहीं करेगी