फतेहपुर उत्तर प्रदेश ब्लाक सराय साबा नगरा ठाकुरपुर गांव का मामला है। जहां यादव विरादरी के लोगों की बस्ती होने की वजह से और ठाकुरपुर गांव के ही प्रधान मान सिंह यादव होने के कारण विरादरी खुन्नस के चलते किसी को परेशान करना और अपने मनमुताबिक काम करवाना लोगों को आपस में लड़ाने का काम अधिक तर कर रहे हैं। यही कारण है कि नव सौ इक्कीस और नव सौ तेईस से चक मार्ग है जिसमें प्रधान की सय से उग्रसेन पुत्र रामपती लैटिन का टैंक रास्ते में बनवाने जा रहा था। और गड्ढा खोदकर बनवाने जा रहा था कि प्रेम सिंह ने संपूर्ण समाधान दिवस में जिला अधिकारी महोदया को लिखित प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि चक मार्ग पर अवैध रूप से कब्जा हो रहा है।जिसे रोकने की कृपा करें। और जिला अधिकारी महोदया ने तुरंत संज्ञान में लेते हुए उपजिलाधिकारी को फारवर्ड कर लेखपाल कानूनगो को निर्देश दिया कि तुरंत चक मार्ग से कब्जा खाली कराया जाए। और कानूनगो लेखपाल जाकर नाप करवाया तो चक मार्ग पर टैंक बनवाने जा रहें थे और आगे भी चक मार्ग पर लैटिन बाथरुम बनवाए हैं। और तुरंत उसे पूरने के लिए कहा। इस तरह से ठाकुरपुर गांव के लिए चक मार्ग का कब्जा मुक्त हुआ।
आप लोगों को बताते चलें कि प्रधान मान सिंह की दबंगई के कारण गांव का कोई व्यक्ति आवाज नहीं उठा रहा है कि गांव की रास्ता खराब है। गांव में कोई नाते रिश्तेदार नहीं जाते हैं बारिश भर और गांव के पच्चास प्रतिशत लोगों के पैर सड़ रहे हैं। गंदगी के कारण। कोई ऐसी रास्ता नहीं है कि पैदल मोटरसाइकिल या चार पहिया से गांव अंदर जा सके। और नाली भी नहीं है कि पानी निकल सके। बारिश में गांव के बाहर विद्यालय की गाड़ी खड़ी कर बच्चों को बैठाकर ले जाते हैं विद्यालय में लेकिन प्रधान मान सिंह का यह कहना कि प्रेम सिंह तुम्हें मैं परेशान कर दूंगा जो तुमने शिकायत की है। लेकिन सवाल यह उठता है कि जिला अधिकारी महोदया की कार्य प्रणाली को देखते हुए प्रेम सिंह ने गांव की रास्ता साफ करवाने के लिए यह कदम उठाया है और भरोसा ही नहीं पूरे विश्वास के साथ जिला अधिकारी महोदया को ज्ञापन दिया है कि ऐसे अधिकारी के सामने प्रधान की दबंगई नहीं चलेगी।
बता दें कि बहुत सी बहन बेटियों के रिश्ते रुक गये है गांव की रास्ता के चलते।
आईए सुनें क्या कहा धर्मेन्द्र सिंह, शिव प्रसाद सिंह और बिक्रम सिंह ने।