खागा फतेहपुर आपको बताते चलें कि खागा नए बस स्टॉप के सामने बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा हॉस्पिटल जिसमें डा मनोज कुमार कौशिक हड्डी रोड विशेषज्ञ का तीन महीने से बोर्ड लगा कर मरीजों के साथ खिलवाड़ कर अवैध वसूली हो रही यहां तक की इस हैस्पिटल में छः से सात बेड पड़े है जबकि पल्स क्लीनिक का बोर्ड लगा हुआ है अस्पताल में कोई लेडीज डाक्टर न होते हुए भी लेडीज मरीज आते है और उनका इलाज भी होता है तथा अलगर्जा धन वसूला जाता है। जबकि अस्पताल का संचालक गिरीश कुमार गुप्ता पहले पैथालॉजिस्ट है वहीं नयन मेडिकल स्टोर भी वहीं मौजूद है। डा कौशिक से फोन पर बात करने पर कौशिक जी ने बताया कि वह खागा में कभी नहीं आए है और न ही इस हॉस्पिटल में आयेंगे जबकि हॉस्पिटल के संचालक का कहना है की प्रत्येक बुधवार कौशिक जी आते है और मरीजों को देखते भी है अगले बुधवार पुनः मिलेंगे। कहने का अर्थ यह हैं कि डॉक्टर कौशिक के नाम का बोर्ड लगा कर अवैध रूप से हॉस्पिटल चलाया जा रहा है। आखिर इस संचालक के ऊपर किस अधिकारी का हाथ है आपको बताते चलें कि कुछ महीने पहले इस हैस्पिटल में एक महिला की डी एन सी करवाई गई थी और उसकी हालत गंभीर होने पर सदर हैस्पीटल फतेहपुर रेफर किया गया था जहां पहुंचते ही उस महिला की मौत हो गई थी। आखिर ऐसे हैस्पिटल को जिम्मेदार अधिकारी कैसे चलने देते है इन पर करवाही क्यों नहीं हो रही है।