प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद दिन रात मौरंग की ओवरलोडिग की जा रही खुलेआम
असोथर फतेहपुर प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद भी मौरंग की ओवरलोडिग खुलेआम की जा रही है। ट्रकों की बाडी के ऊपर तक मौरंग भरे ट्रक बिना रोक टोक के खुलेआम कस्बे से गुजरते हुए हाइवे पर नजर आते हैं। जिन पर अभी तक कोई अंकुश नहीं हो पा रहा है।
असोथर क्षेत्र के रामशोलेपुर खंड 1 में संचालित मौरंग की खदान से ही मौरंग की ओवरलोडिग का खेल शुरू हो जाता है। सूत्रों की माने तो हजार या पंद्रह सौ रुपये अधिक देने पर खदानों से ही मौरंग ट्रकों में मनमाने तरीके से भर दी जाती है। क्षमता से अधिक मौरंग लोड किए ट्रक बिना किसी रोक टोक के बड़े ही आराम से निकल जाते हैं।
मौरंग की ओवरलोडिग रोकने के लिए खदानों के समीप ही धर्म कांटा लगवाए गए थे जिसमें खदान पर मौरंग लोड करने के लिए आने वाले ट्रकों की तौल हो सके और ट्रक क्षमता के अनुसार ही मौरंग ले जा सकें। यह धर्मकांटे भी शोपीस बनकर रह गए। खदान से मौरंग भरने के बाद ट्रकों की तौल जरूर होती है। लेकिन उनको रसीद मानक के अनुसार ही दी जाती है। जिससे ओवरलोडिग का खेल आराम से चलता रहता है। खनिज व परिवहन विभाग को शायद यह ट्रक दिखाई नहीं देते हैं। जिससे चेकिग के दौरान एक दो ट्रकों पर कार्रवाई कर इतिश्री कर ली जाती है।
चौराहों पर भी जिम्मेदारों की नहीं पड़ती नजर
असोथर के प्रताप नगर तिराहा, असोथर – थरियांव मोड़ व थरियांव के तिराहे के बीच रात में मौरंग से भरे ओवरलोड ट्रक आराम से निकलते हैं। जिन्हें रोकने या टोकने वाला कोई नहीं होता जबकि प्रशासन रोज ओवरलोड ट्रक पकड़ने का दावा करता है। ऐसा भी नहीं है कि ओवरलोड ट्रक केवल रात में ही निकलते हों यह ट्रक दिन में भी असोथर कस्बे से होते हुए हाइवे पर बड़े आराम से निकल जाते हैं।